द लेंस डेस्क । भारतीय प्रीमियर लीग (IPL T 20) जिसकी कीमत 1.37 लाख करोड़ रुपये (लगभग 16.4 अरब डॉलर) है, लंबे समय से टी20 क्रिकेट लीगों के लिए एक मिसाल रही है। लेकिन जैसे-जैसे वैश्विक क्रिकेट परिदृश्य बदल रहा है, टी20 लीगों में दूसरे स्थान को हासिल करने के लिए एक जोरदार प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। आईपीएल ने जो ऊंचाई हासिल की है उसे छूना मुश्किल है लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (बीबीएल), दक्षिण अफ्रीका की एसए20, इंग्लैंड की द हंड्रेड और यूएई की इंटरनेशनल लीग टी20 (आईएलटी20) अगली अरब डॉलर की लीग बनने की दौड़ में हैं। 2025 इस वैश्विक प्रतिस्पर्धा का एक अहम साल साबित हो रहा है।
2008 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा शुरू की गई आईपीएल ने क्रिकेट को एक नए स्तर पर पहुंचाया। इसकी 16.4 अरब डॉलर की कीमत इसे दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट लीग बनाती है जो कई बड़े खेल लीगों जैसे मेजर लीग बेसबॉल (एमएलबी) से भी आगे है। 2025 का आईपीएल सीजन भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण एक सप्ताह के लिए रुका लेकिन 31 मई को मुल्लांपुर में हुए एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस ने गुजरात टाइटंस को 20 रनों से हराया। फाइनल 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुआ जहां पंजाब किंग्स ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें प्रीति जिंटा और श्रेयस अय्यर की अहम भूमिका रही।

आईपीएल की सफलता के पीछे कई कारण हैं
प्राइम-टाइम लोकप्रियता: आईपीएल के मैच मनोरंजन चैनलों पर प्राइम-टाइम में दिखाए जाते हैं जिससे यह पूरे परिवार के लिए एक उत्सव बन गया है।
डिजिटल क्रांति: सस्ते इंटरनेट और जियोसिनेमा जैसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने आईपीएल को लाखों लोगों तक पहुंचाया। 2025 में इसकी दर्शक संख्या 60 करोड़ से ज्यादा रही।
वैश्विक प्रभाव: आईपीएल फ्रेंचाइजी ने अपने ब्रांड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है और एसए20 और आईएलटी20 जैसी लीगों में निवेश किया है।
दूसरे स्थान के लिए दावेदार
आईपीएल भले ही सबसे आगे हो लेकिन दूसरा स्थान हासिल करने की होड़ तेज हो गई है। आइए प्रमुख दावेदारों पर नजर डालें:
बिग बैश लीग (BBL, ऑस्ट्रेलिया)

मूल्य: लगभग 6700 करोड़ रुपये (800 मिलियन डॉलर)।
खासियत: बीबीएल अपने उत्सवी माहौल के लिए जानी जाती है। क्रिसमस और नए साल के समय इसका आयोजन होता है जिससे यह अन्य लीगों से टकराव से बचती है। 2025 में बीबीएल ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डी’आर्सी शॉर्ट को टी20 ब्लास्ट के लिए ग्लूस्टरशायर से जोड़ा जिससे इसकी प्रतिभा का प्रभाव दिखा।
चुनौतियां: ऑस्ट्रेलिया में पहले टी20 को लेकर उत्साह कम था क्योंकि वहां पारंपरिक क्रिकेट को ज्यादा तरजीह दी जाती थी। बीबीएल को बड़े अंतरराष्ट्रीय सितारों को आकर्षित करने में भी दिक्कत होती है क्योंकि इसका समय आईपीएल से टकराता है।
SA20 (दक्षिण अफ्रीका)

मूल्य: करीब 5000 करोड़ रुपये (600 मिलियन डॉलर)।
खासियत: आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों के बड़े निवेश से एसए20 तेजी से बढ़ रही है। इसमें फाफ डु प्लेसिस और कगिसो रबाडा जैसे सितारे खेलते हैं। 20 मई 2025 को जोहान्सबर्ग में बीबीएल के खिलाफ एक प्रदर्शनी मैच हुआ, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने 6 विकेट से जीत हासिल की।
चुनौतियां: स्थानीय प्रसारण की सीमित पहुंच और छोटा प्रशंसक आधार इसकी वैश्विक लोकप्रियता को प्रभावित करता है।
द हंड्रेड (इंग्लैंड)

मूल्य: 10,800 करोड़ रुपये (1.3 अरब डॉलर), क्योंकि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने फरवरी 2025 में 975 मिलियन पाउंड में हिस्सेदारी बेची।
खासियत: द हंड्रेड का 100 गेंदों वाला प्रारूप युवा दर्शकों को खींच रहा है। सिलिकन वैली के एक समूह, जिसमें निकेश अरोड़ा और टाइम्स इंटरनेट के सत्यान गजवानी शामिल हैं, ने लंदन स्पिरिट फ्रेंचाइजी खरीदी, ताकि 2026 सीजन में लीग को और ऊंचा ले जाया जा सके।
चुनौतियां: इसका अनोखा प्रारूप पारंपरिक क्रिकेट प्रेमियों को पसंद नहीं आया। साथ ही यह आईपीएल के सितारों की चमक के सामने कमजोर पड़ता है।
इंटरनेशनल लीग T20 (ILT20, यूएई)

मूल्य: लगभग 4200 करोड़ रुपये (500 मिलियन डॉलर)।
खासियत: भारतीय निवेशकों के समर्थन से आईएलटी20 ने बड़े खिलाड़ियों को आकर्षित किया है। 2025-26 सीजन के लिए यह लीग नीलामी मॉडल पर शिफ्ट होगी, जिसमें टीम का वेतन 2.5 मिलियन डॉलर से घटाकर 2 मिलियन डॉलर कर दिया गया है। 2 जून 2025 को घोषणा हुई कि वाइल्डकार्ड साइनिंग के लिए 250,000 डॉलर अतिरिक्त दिए जाएंगे।
चुनौतियां: लीग विदेशी खिलाड़ियों पर ज्यादा निर्भर है और स्थानीय प्रशंसक आधार की कमी इसे प्रभावित करती है।
यूरोपियन T20 प्रीमियर लीग (2025 में शुरू)

आयरलैंड, स्कॉटलैंड और नीदरलैंड्स के संयुक्त बोर्ड ने बॉलीवुड स्टार अभिषेक बच्चन के समर्थन से 2025 में इस लीग को शुरू किया। इसका मूल्य अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन यह यूरोप के बढ़ते क्रिकेट बाजार को लक्ष्य बनाकर एक नया दर्शक वर्ग जोड़ना चाहती है।
टी20 लीगों का वैश्विक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है जिसमें कई प्रमुख रुझान उभर रहे हैं। भारतीय निवेशक, विशेष रूप से आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक, एसए20 और आईएलटी20 जैसी लीगों में भारी निवेश कर रहे हैं, जिससे एक स्तरित प्रणाली बन रही है, आईपीएल सबसे ऊपर है, उसके बाद बीबीएल, द हंड्रेड और फिर कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) और पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) जैसी लीगें हैं।
डिजिटल बदलाव भी अहम भूमिका निभा रहा है क्योंकि आईपीएल की डिजिटल सफलता ने एक मिसाल कायम की है,और बीबीएल व एसए20 जैसी लीगें युवा दर्शकों को जोड़ने के लिए स्ट्रीमिंग में निवेश कर रही हैं। लीगों की बढ़ती संख्या ने वैश्विक प्रतिभा के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है, मिशेल मार्श ने 2025 में आईपीएल में गुजरात टाइटंस के लिए पहला विदेशी शतक लगाया, जबकि 14 साल के भारतीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने सबसे कम उम्र में टी20 शतक बनाकर इतिहास रच दिया और नीलामी में 11 मिलियन रुपये में बिके।

हालांकि, इस तेज वृद्धि के साथ चुनौतियां भी हैं, 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते आईपीएल एक हफ्ते के लिए रुकी और बीसीसीआई ने फाइनल को 3 जून तक टाला लेकिन यह दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से टकरा गया जिससे खिलाड़ियों की उपलब्धता पर सवाल उठे।
टी20 लीगों की बढ़ती लोकप्रियता से टेस्ट और वनडे क्रिकेट पर असर पड़ रहा है, मई 2025 में विराट कोहली ने टी20 शेड्यूल की व्यस्तता का हवाला देते हुए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। सुरक्षा चिंताएं भी बढ़ रही हैं क्योंकि आईपीएल का रुकना बड़े खेल आयोजनों पर भूराजनीतिक तनाव के खतरे को दर्शाता है और कुछ पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने सुरक्षा के चलते आईपीएल और पीएसएल को स्थायी रूप से बंद करने की मांग की। टी20 लीगों का भविष्य उज्जवल लेकिन जटिल है।
अगली अरब डॉलर की टी20 लीग की दौड़ क्रिकेट के वैश्विक परिदृश्य को बदल रही है, आईपीएल अजेय है लेकिन द हंड्रेड अपनी 1.3 अरब डॉलर की कीमत के साथ थोड़ा आगे है जबकि बीबीएल, एसए20 और आईएलटी20 अपनी खासियतों के साथ पीछे नहीं हैं और 2025 में यह देखना रोमांचक होगा कि कौन सी लीग इस दौड़ में आईपीएल की सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी बनती है।