[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
मतुआ समुदाय ने बिहार में राहुल गांधी से मुलाकात की, नागरिकता की मांग पर कांग्रेस से समर्थन मांगा
दीपक बैज ने पोस्ट में लिखा “मंत्री केदार कश्यप अब हो चुकें हैं बेनकाब”
राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर बीजेपी का जमकर हंगामा
निर्वाचन आयोग 10 सितंबर को देश भर के कार्यकारी अधिकारियों की बैठक करेगा आयोजित
वोट चोर अभियान: पायलट रायगढ़ से शुरू करेंगे अभियान, पहले बिलासपुर में आमसभा
कर्नाटक में जालसाजी कर वोट हटाने की जांच ठप्प, आयोग ने नहीं दिया डाटा
NHM कर्मचारियों की हड़ताल से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति और मॉप-अप दिवस कार्यक्रम हुआ स्थगित
जीएसटी में बदलाव से ऑटो सेक्टर को मिलेगी नई रफ्तार, FY26 में टू-व्हीलर बिक्री 5-6% और कारों में 2-3% बढ़ोतरी की उम्मीद
वन मंत्री पर मारपीट का आरोप लगाने वाले खानसामे ने की पुलिस से शिकायत, केदार कश्यप बोले – कांग्रेस भ्रामक प्रचार कर रही
GST बदलाव के बाद टोयोटा की कारें हुईं सस्ती, Fortuner 3.49 लाख रुपये कम कीमत में
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
साहित्य-कला-संस्कृति

जन संस्कृति मंच के अभिनव आयोजन सृजन संवाद में जुटे रचनाकारों ने मनुष्यता को बचाने पर दिया जोर

पूनम ऋतु सेन
Last updated: June 3, 2025 10:38 am
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Share
SHARE

रायपुर. जन संस्कृति मंच ( जसम ) की रायपुर ईकाई द्वारा सिविल लाइन स्थित वृंदावन हॉल में सोमवार को आयोजित किए गए सृजन संवाद (SRIJAN SAMWAD) में कवियों और शायरों के अलावा महत्वपूर्ण रचनाकारों ने हिस्सेदारी दर्ज की. एक- दूसरे से घृणा और नफ़रत के इस भयावह दौर में सभी रचनाकारों ने अपनी धारदार रचनाओं के जरिए यह संदेश दिया कि मनुष्य और मनुष्यता को बचाना बहुत जरूरी है. इस मौके पर देश के नामचीन आलोचक सियाराम शर्मा ने कहा कि व्यवस्था और सत्ता मनुष्य को बांटने का काम करती है, लेकिन एक अच्छी कविता या रचना मनुष्य को मनुष्य से, प्रकृति से,समाज से और विश्व से जोड़ती हैं. उन्होंने सृजन संवाद में शामिल रचनाकारों को इस बात के लिए बधाई दी कि वे अपनी सृजनशीलता के जरिए नफ़रत और बांटने वाली शक्तियों से डटकर मुकाबला कर रहे हैं.

देश की नामचीन लेखिका और जसम की वरिष्ठ सदस्य जया जादवानी ने एक बेहतर रचना के लिए कुछ सूत्रों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि जो रचनाकार स्पष्ट विचार के साथ लिखने की कला सीख जाता है उसका लिखा याद रखा जाता है. हर लेखक की एक विशिष्ट शैली होती है और लेखक अपनी विशिष्ट शैली से रचनात्मक हस्तक्षेप करते रहता है. उन्होंने कहा कि जब कोई विषय यूनिक होता है तो पाठक अपने प्रिय लेखक को पसंद करने लगता है.

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रगतिशील लेखक संघ के वरिष्ठ लेखक रवि श्रीवास्तव ने की. उन्होंने रचनाकारों को जन सरोकारों के साथ रचना पाठ करने के लिए बधाई दी. जसम के वरिष्ठ साथी और शायर रज़ा हैदरी ने कहा कि जो रचनाकार अल्फाज़ की महत्ता को समझ जाता है वह यह बात भी बखूबी जान जाता है दुनिया को खूबसूरत कैसे बनाना है. उन्होंने कालीदास पर अपनी चर्चित नज़्म का वाचन भी किया जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा.

कार्यक्रम की शुरुआत युवा कवि वसु गंधर्व के गायन से हुई. इस दौरान वसु ने अपनी दो शानदार कविताओं का पाठ भी किया. कवियित्री नीलिमा मिश्रा ने कोरोना काल में लिखी कविता ‘पेट की आग’ का पाठ किया, जिसमें मजदूरों के घर लौटने की विभीषिका का वर्णन देखने को मिला. मधु सक्सेना ने ‘हवा आने दो’ शीर्षक से पढ़ी कविता में समय की कुरूपता को रेखांकित किया. सम-सामयिक विषयों पर लगातार लिखने वाली सनियारा ख़ान ने ‘टेरेसा को चिल्लाने वाला आदमी’ शीर्षक से जीवंत कहानी प्रस्तुत की. कहानी पढ़ने के उनके अंदाज को श्रोताओं ने खूब पसंद किया. दिलशाद सैफ़ी ‘सियासी रंग’ कविता को पढ़ते हुए सांप्रदायिकता के वीभत्स चेहरे को उजागर किया. सुनीता शुक्ल ने गोरख पांडे के चर्चित गीत ‘समाजवाद बबुआ धीरे-धीरे आई’ को जोरदार ढंग से प्रस्तुत किया.

मोहम्मद मुसय्यब ने अपनी ग़ज़ल से शानदार माहौल बनाया. उनके शेर ‘मौन को मौत समझा जाता है…बोलिए बोलना जरूरी है.’ को श्रोताओं ने सराहा. रूपेंद्र तिवारी ने ‘अजिहा की संदूकची’, ‘हमें फर्क नहीं पड़ता’, ‘कबरबिज्जू’ और ‘राजा’ शीर्षक से धारदार कविताएं पढ़ी.


डॉ. संजू साहू ‘पूनम’ ने ‘भूख’ कविता के जरिए बस्तर के जन-जीवन का कटु यथार्थ प्रस्तुत किया. कवि और उपन्यासकार समीर दीवान ने मानवीय संबंधों के कोलाज को ‘उपस्थिति’ कविता में पिरोकर सबको भावुक कर दिया. युवा शायर आफ़ाक़ अहमद ने भी अपनी ग़ज़लों का शानदार वाचन किया. वहीं मौली चक्रवर्ती ने रविन्द्र संगीत के साथ सुमधुर गायन की प्रस्तुति दी. वरिष्ठ कवि सिरिल साइमन ने ‘नरभक्षी’ कविता के माध्यम से पेड़ को बिंब बनाते हुए भयाक्रांत परिवेश का चित्रण किया.

युवा शायर इमरान अब्बास ने तरन्नुम में ग़ज़ल पढ़ी. अजय कुमार शुक्ल ने सामयिक कविता ‘दरवाजे खिड़कियां बंदकर कब तक बचोगे?’ का पाठ किया. वरिष्ठ शायर आलिम नकवी की नज़्म को सबने पसंद किया. देश के अखिल भारतीय मुशायरों में शिरकत करने वाले महत्वपूर्ण शायर सुखनवर हुसैन रायपुरी ने चुनिंदा ग़ज़लें तरन्नुम में पढ़ी. वरिष्ठ शायर जावेद नदीम नागपुरी ने अपनी शायरी में देश के मौजूदा हालात का बखूबी बखान किया.

कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन युवा शायर मीसम हैदरी ने किया.इस दौरान उन्होंने ‘दो जून की रोटी’ शीर्षक से शानदार रचना का पाठ किया. आभार प्रदर्शन जसम रायपुर के सचिव इंद्र कुमार राठौर ने किया.

देर रात तक चले इस कार्यक्रम में श्रोताओं की उपस्थिति अंत तक बनी रही. कार्यक्रम में प्रमुख रुप से भिलाई जसम के सचिव सुरेश वाहने, वासुकि प्रसाद उन्मत्त, आकाश चंद्राकर, हरीश कोटक, मीर अली मीर, परमानंद वर्मा, अलीशा मसीह, आदित्य, भागीरथी वर्मा, आरडी अहिरवार, कमलेश राठौर, एआर देवांगन,आकांक्षा शुक्ल, दानियाल अब्बास, बीके साहू, बीएस नटराजन, बी गीता, एफए सैफी, डॉ. आभा शर्मा, श्रेया तिवारी, आनंद बहादुर, मधु वर्मा, राजकुमार सोनी सहित कई प्रबुद्धजन शामिल रहे.

TAGGED:Latest_NewsRAIPUR EVENTSRIJAN SAMWAD
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article Waqf Board छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड का नया फरमान, निकाह पढ़ाने के लिए 11 सौ रूपए से ज्यादा नहीं ले सकेंगे मौलाना
Next Article IPL T 20 IPL T20 दुनिया की टॉप क्रिकेट लीग, दूसरी टॉप लीग बनने की होड़ में BBL, SA20 सबसे आगे

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

AI के उपयोग पर भड़के छात्र, प्रोफेसरों के खिलाफ उठाई आवाज, क्या है शिक्षा का भविष्य?

द लेंस डेस्क। 'वे (प्रोफेसर) खुद तो ए.आई. (ARTIFICIAL INTELIGENCE)का उपयोग करते हैं, लेकिन हमें…

By The Lens Desk

लोकतंत्र में माओवाद

विशेष संपादकीय - रुचिर गर्ग छत्तीसगढ़ में बस्तर के अबूझमाड़ से फोर्स की खुशियों के…

By Editorial Board

ट्रंप का चौंकाने वाला बयान 1 हजार साल से कश्मीर में तनाव, खुद को बताया भारत और पाकिस्तान का करीबी

दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर…

By Lens News Network

You Might Also Like

Lake Report
छत्तीसगढ़

वेटलैंड अथॉरिटी के जांच आदेश पर बनी रिपोर्ट कलेक्टर ने किसी और को भेजी, जब वजह पूछा तो कलेक्टर ने कहा- हर बात का जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हूं

By Lens News
Journalist Ajay Shukla Video
देश

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वाजिब प्रतिबंधों के अधीन, अजय शुक्ला का वीडियो निंदनीय

By आवेश तिवारी
cooperative elections
छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने मंत्री से टकराहट मोल ली, चर्चा दिल्ली तक !

By Lens News
LDF
देश

वृंदा करात का सवाल : क्या छत्तीसगढ़ में बजरंग दल और RSS को कानून हाथ में लेकर हिंसा करने की छूट है?

By दानिश अनवर
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?