नई दिल्ली। (Covid 19 Cases) भारत में कोरोना वायरस के मामले फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 3961 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में 203 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस साल जनवरी से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए हैं, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।

आंकड़ों के अनुसार, अब तक केरल में सबसे ज्यादा 1435 सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र में 506 और दिल्ली में 483 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, गुजरात और तमिलनाडु में भी नए सब-वैरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 का पता चला है, जो अधिक संक्रामक माने जा रहे हैं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, NB.1.8.1 वैरिएंट का वैश्विक जोखिम कम है और लक्षण हल्के हैं।
केरल, कर्नाटक समेत अन्य राज्य अलर्ट पर

केंद्र सरकार ने स्थिति पर नजर रखते हुए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्कता बढ़ाने और टेस्टिंग की संख्या में इजाफा करने का निर्देश दिया है। अस्पतालों में ऑक्सीजन, दवाइयों और बिस्तरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
केरल सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए सर्कुलर जारी कर सावधानी बढ़ाने का आदेश दिया है। कर्नाटक सरकार ने भी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और टेस्टिंग की सुविधाएं बढ़ाई हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात में स्वास्थ्य विभाग ने मास्क अनिवार्य करने और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया है। तमिलनाडु में NB.1.8.1 वैरिएंट के पहले मामले अप्रैल 2025 में मिले थे, जिसके बाद वहां निगरानी बढ़ा दी गई है।
नए वैरिएंट्स और लक्षण
भारत के SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने NB.1.8.1 और LF.7 सब-वैरिएंट्स की पहचान की है। ये वैरिएंट्स ओमिक्रॉन की सब-लिनिएज हैं और अधिक संक्रामक हैं, लेकिन गंभीरता में वृद्धि की कोई रिपोर्ट नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, इन वैरिएंट्स के लक्षण हल्के हैं, जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश और थकान। फिर भी, विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग लापरवाही न बरतें और लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट करवाएं।