नेशनल ब्यूरो। मुंबई
मुंबई में लगातार हो रही तेज बारिश और आंधी-तूफान से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विजिबिलिटी कम होने के कारण विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं, वहीं एयरपोर्ट पर भारी फ्लाइट कंजेशन देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि मुंबई एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बावजूद यात्रियों को एक डेढ़ घंटे का लंबा इंतजार करना पड़ा है, क्योंकि गेट खाली नहीं हैं।
सोमवार और मंगलवार को तमाम यात्री उड़ानों में घंटों की देरी दर्ज की गई। एयर इंडिया ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी कर फ्लाइट की स्थिति जांचने की सलाह दी है।
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मुंबई में तेज बारिश और आंधी-तूफान का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर और उपनगरीय इलाकों में रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है।
बारिश का कहर विजिबिलिटी कम, विमान सेवाएं प्रभावित
भारी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है। जिससे हवाई यातायात प्रभावित हुआ है। विमानन कंपनी एयर इंडिया ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि यात्री एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति जरूर जांच लें। कंपनी ने मौसम के चलते असुविधा के लिए खेद जताया है और यात्रियों से सतर्कता बरतने की अपील की है। वही इंडिगो और स्पाइस एयर की फ्लाइट चार से छह घंटे विलंबित हैं।
जनजीवन अस्त व्यस्त
शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिनमें सायन सर्कल, दादर टीटी, हिंदमाता, जेजे पोस्ट ऑफिस और वर्ली का बिंदुमाधव जंक्शन शामिल हैं। बीएमसी को पेड़ और डालियां गिरने की कुल 9 घटनाओं की सूचना मिली है। सिटी में 4 और वेस्टर्न सबर्ब्स में 5 स्थानों पर घटनाएं हुई हैं।
मुंबई और तटीय जिलों के लिए रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे और पालघर समेत तटीय जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
तटीय इलाकों में समुद्री हवाओं की तेज रफ्तार और बिजली गिरने की घटनाओं की आशंका बनी हुई है। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने शहर की 96 जर्जर इमारतों को चिन्हित किया है। इन्हें मानसून में खतरे की श्रेणी में रखा गया है। इनमें रह रहे करीब 3 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।