नारायणपुर। नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में हुई मुठभेंड़ में मारे गए आठ नक्सलियो का पुलिस ने अंतिम संस्कार किया। इसमें सीपीआई (माओवादी) के महासचिव बसवराजू का शव भी शामिल था। पुलिस के अनुसार कानूनी दस्तावेज नहीं होने की वजह से परिजनों को मारे गए नक्सलियों के शवों को नहीं सौंपा गया। नारायणपुर के पास एक जंगल में सभी नक्सलियों का अंतिम संस्कार किया गया है।
लिस ने सोमवार के नक्सलियों के अंतिम संस्कार करने के बाद परिजनों से शवों की अस्थियों को साथ ले जाने कहा है। जानकारी के अनुसार पुलिस ने यह हवाला दिया है कि शव खराब हो रहें हैं इसलिए शवों को यहां से ले जाना ठीक नहीं है। पुलिस ने परिजनों को अस्थी ले जाने कहा है।
इस दौरान एक्टिविस्ट बेला भाटिया ने कहा कि “मारे गए नक्सलियों के शव लेने के लिए परिजन आए थे। लेकिन, यहां इन्हें शव नहीं दिया गया। इन्हें कहा गया कि शव की हालत खराब है इनका यहीं अंतिम संस्कार कर दीजिए। परिजनों का कहना है कि शव किसी भी हालत में हो दे दीजिए, हम अपने साथ ले जाएंगे। फिर भी शव नहीं दिया गया।”
गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के जंगलों में बुधवार को सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल की है। DRG के जवानों और नक्सलियों के बीच चली भीषण मुठभेड़ में 28 नक्सली मारे गए। मारे गए नक्सलियों में डेढ़ करोड़ रुपये का इनामी कुख्यात नक्सली नेता बसवराजू भी शामिल है। पुलिस ने 27 शव बरामद कर लिए थे, वहीं एक शव नक्सलियों को मिला था। इस एक शव की जानकारी नक्सलियों के द्वारा जारी किए गए पर्चे से हुई है।