द लेंस डेस्क। mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 122वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे सकारात्मक बदलावों की चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने देश की सैन्य सफलता, युवाओं की सोच में हो रहे परिवर्तन, शिक्षा, ग्रामीण विकास, वन्यजीव संरक्षण और क्षेत्रीय शिल्पकला जैसे विषयों को भावनात्मक अंदाज में लोगों के सामने रखा। पीएम मोदी ने बच्चों को ध्यान में रखते हुए 10वीं और 12वीं की परीक्षा का उदाहरण भी दिया।
द लेंस में जानिए पीएम मोदी की बड़ी बातें
1. ऑपरेशन सिंदूर: नए भारत की साहसी तस्वीर
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया। उन्होंने इसे केवल एक सैन्य अभियान न मानते हुए, भारत के बदलते स्वरूप का प्रतीक बताया। उनके अनुसार यह ऑपरेशन देश के साहस, आत्मविश्वास और तकनीकी आत्मनिर्भरता का जीवंत उदाहरण है।
पीएम मोदी ने कहा, “यह सिर्फ एक मिशन नहीं था, यह हमारी भावना, संकल्प और देशभक्ति का प्रतीक बन गया है। देशभर में इस अभियान के बाद ‘Vocal for Local’ को लेकर एक नई ऊर्जा देखी गई है।” उन्होंने इस ऑपरेशन में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बने हथियारों और तकनीक के योगदान को भी बताया।
2. देशभक्ति की नई लहर: लोगों की सोच में आया बदलाव
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरित आम जनता के कुछ अनुभव साझा करते हुए कहा कि अब कई माता-पिता अपने बच्चों को केवल भारत में बने खिलौने देने का निश्चय कर चुके हैं। कुछ परिवारों ने विदेशों की बजाय भारत के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर छुट्टियाँ बिताने की योजना बनाई है। युवाओं के बीच ‘Wed in India’ यानी भारत में ही विवाह करने का चलन बढ़ रहा है। यह एक नया सांस्कृतिक आंदोलन बन रहा है जिसमें राष्ट्रप्रेम और आत्मनिर्भरता की झलक मिलती है।
3. उपहारों में भी आत्मनिर्भर भारत
मोदी ने बताया कि लोगों में अब यह भावना भी जागृत हो रही है कि जब वे किसी को उपहार देंगे, तो वह देशी हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित वस्तुएं होंगी। यह सोच केवल एक भावनात्मक परिवर्तन नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था को बल देने की दिशा में एक ठोस कदम है।
4. पहली बार पहुंची बस, खुशी से झूम उठा गांव
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के एक छोटे से गांव ‘काटेझरी’ की प्रेरणादायक कहानी साझा की। उन्होंने कहा कि इस गांव में पहली बार एक बस पहुंची, और इस ऐतिहासिक दिन का वर्षों से इंतज़ार किया जा रहा था। बस के स्वागत में गांव वालों ने ढोल-नगाड़े बजाए और पूरा गांव उत्साह से झूम उठा। “बस सेवा आम तौर पर बहुत सामान्य लगती है, लेकिन जिन लोगों ने इसे पहली बार अनुभव किया, उनके लिए यह विकास की एक नई किरण है।”
5. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा की अलख
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का ज़िक्र करते हुए बताया कि यह क्षेत्र जो कभी नक्सलवाद के कारण सुर्खियों में रहता था, अब शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल बना रहा है। उन्होंने गर्व से कहा कि 10वीं कक्षा के परिणामों में दंतेवाड़ा ने राज्य में पहला स्थान हासिल किया है, और 12वीं में भी यह जिला छठे स्थान पर रहा। यह बदलाव दर्शाता है कि जब अवसर और संसाधन मिलते हैं, तो कोई भी क्षेत्र आगे बढ़ सकता है।
6. गिर के जंगलों में शेरों की बढ़ती आबादी
वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में भी एक खबर साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात के गिर वन क्षेत्र में शेरों की संख्या 674 से बढ़कर 891 हो गई है। यह न केवल संरक्षण प्रयासों की सफलता है, बल्कि एक उदाहरण भी है कि मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य से क्या कुछ संभव है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गुजरात पहला राज्य बना है जहां बड़ी संख्या में महिलाओं की नियुक्ति वन अधिकारी के रूप में की गई है। यह लैंगिक समानता की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।
7. उत्तर-पूर्व भारत का बढ़ता प्रभाव: ‘क्राफ्टेड फाइबर्स’ का उदाहरण
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने सिक्किम की एक अनोखी पहल ‘क्राफ्टेड फाइबर्स’ की भी चर्चा की। यह न केवल एक फैशन ब्रांड है बल्कि सिक्किम की पारंपरिक बुनाई और संस्कृति का आधुनिक रूपांतरण भी है। इस पहल की शुरुआत डॉ. चेवांग नोरबू भूटिया ने की, जो पेशे से वेटरनरी डॉक्टर हैं। पीएम मोदी ने उन्हें “सिक्किम की संस्कृति के सच्चे ब्रांड एम्बेसेडर” के रूप में संबोधित किया।
8. लोकल को प्राथमिकता देने का संकल्प
प्रधानमंत्री ने श्रोताओं से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में जहाँ भी संभव हो, भारत में निर्मित वस्तुओं को वरीयता दें। उन्होंने कहा, यह केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता की बात नहीं है बल्कि राष्ट्र निर्माण में हमारी भागीदारी का भाव है। हमारा एक छोटा कदम भारत की प्रगति में बड़ा योगदान बन सकता है।
9. आतंकवाद के खिलाफ एकजुट भारत
कार्यक्रम के अंतिम भाग में पीएम मोदी ने देश में आतंकवाद के खिलाफ एकता की भावना पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल देशवासियों को गर्व से भर दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सुरक्षा नीति में भरोसा भी बढ़ाया है।