[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कौन सा राज्‍य जला रहा है सबसे अधिक पराली? सरकारी रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
श्रम कानून के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का कल देशभर में प्रदर्शन
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

हिंसा से विचार नहीं मरता, इससे व्यवस्था को तर्क मिलता है : रघु ठाकुर

Lens News
Lens News
ByLens News
Follow:
Published: May 24, 2025 7:06 PM
Last updated: May 24, 2025 7:06 PM
Share
Dr. Lohia
SHARE

डॉ. लोहिया की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर सोशलिस्ट चिंतक व जननेता ने कहा – नगरी सिहावा अंचल अहिंसक आंदोलन का तीर्थ, अब आदिवासियों के मुद्दों की लड़ाई दिल्ली में होगी, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा आदिवासियों की समस्याओं को संसद में निरंतर उठायेंगे।

धमतरी। प्रसिद्ध सोशलिस्ट चिंतक व जननेता रघु ठाकुर ने कहा है कि देश के आदिवासियों को यदि आजीविका के लिए जमीन के पट्टे दे दिए जायें तो जंगल भी सुरक्षित होंगे और वन्यजीवों की रक्षा भी हो जाएगी। देश में इक्कीस लाख व मध्यप्रदेश में दो लाख भूमिहीन आदिवासी हैं। इनकी समस्याओं को लेकर जल्दी ही दिल्ली में अभियान शुरू किया जाएगा।

रघु ठाकुर ने आज धमतरी के उमरादेहान में डॉ. राममनोहर लोहिया की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर यह बात कही। नगरी सिहावा अंचल के आदिवासियों ने एक- एक किलो धान इकठ्ठा कर यह प्रतिमा तैयार कराई है। इस मौके पर सांसद संजय सिंह भी थे।

रघु ठाकुर ने कहा कि उमरादेहान अहिंसा का तीर्थ है। सत्तर साल पहले डॉ. लोहिया ने यहीं से आदिवासियों को भूमि के अधिकार का आंदोलन शुरू किया। वनग्रामों को राजस्व ग्राम जैसी सुविधाएं देने की मांग यहीं से उठी। इस अंचल की चार पीढ़ियों ने अपने अधिकारों के लिए जेल की यात्रा करके यह बता दिया कि दुनिया को बदलने का सबसे बड़ा माध्यम जेल है, बंदूक या हिंसा नहीं।

नगरी सिहावा अंचल हिंसाग्रस्त वनांचल में अहिंसा के टापू की तरह है। नक्सली हिंसा में दोनों तरफ से आदिवासी ही मर रहे हैं। सरकार को भी समझना होगा कि बंदूक की गोली से हिंसा तो मर सकती है , पर विचार नहीं। नगरी सिहावा अंचल के उमरादेहान जैसे गांवों से देश में यह संदेश जाना चाहिए।

रघु ठाकुर ने कहा कि नगरी सिहावा के ऐतिहासिक आंदोलन को स्कूल काॅलेज के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। इससे आने वाली पीढ़ी को अहिंसक आंदोलन की प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा भारत की राजनीति और समाजवादी आन्दोलन को १९९० के बाद आये एनजीओ ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। जनतंत्र, अहिंसा , सविनय अवज्ञा और आन्दोलन से देश आगे बढ़ रहा है। हमें ऐसा विकास नहीं चाहिए जो अमीरी के टापू खड़े करे। आदिवासी समाज में कभी बलात्कार की घटनाएं सुनने को नहीं मिलेंगी। इससे बड़ा सभ्यता का पैमाना क्या हो सकता है। डॉ. लोहिया ने यहां से जो आंदोलन शुरू किया उसमें आदिवासी नेता सुखराम नागे की पुलिस हिरासत में मौत हुई। आज उनकी याद में एक शैक्षणिक संस्थान है। नगरी सिहावा के आदिवासियों की चार पीढ़ियों ने अनाम रहकर खुद को आंदोलन में झोंका। जेल यात्राओं के दौरान कभी किसी ने माफी नहीं मांगी।

सांसद संजय सिंह ने कहा कि समाजवादी आंदोलन और समाजवाद दोनों ही जंगलों में जीवित हैं। आदिवासियों की आवाज को वे निरंतर संसद में उठाते रहेंगे। जब तक गैर-बराबरी है तब तक समाजवाद रहेगा। रघु ठाकुर जी जैसे सोशलिस्ट नायक ने समाजवाद को जमीन पर उतारने के लिए लगातार आंदोलन किए और जेल – लाठी – डंडा- मुकदमा की परवाह नहीं की। मुझ जैसे अनेक लोगों को राजनीति और समाजवाद का ककहरा रघु जी ने ही सिखाया।

TAGGED:Raghu ThakurTop_News
Previous Article FDI in India जानिए देश में एफडीआई का ताजा हाल,  96.5 फीसदी गिरावट की क्‍या है वजह
Next Article JCB Viral Video उफ ये क्रूरता : जेसीबी से बांधकर उल्टा लटकाया, बेल्ट से पीटा, जख्मों पर नमक रगड़ा
Lens poster

Popular Posts

कहीं आपके खाने में माइक्रोप्लास्टिक तो नहीं !

लेंस ब्‍यूरो। कल्पना करें- नीला समुद्र, लहरों का शोर और ठंडी हवा का सुकून! लेकिन…

By पूनम ऋतु सेन

कर्मचारी देर से आए तो कलेक्टर ने कान पकड़ कर मंगवाई माफी, कलेक्टर के निलंबन की उठ गई मांग

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में कर्मचारियों के कान पकड़कर माफी मंगवाने का मामला सामने…

By दानिश अनवर

मानसून सत्र से ठीक पहले ‘आप’ इंडिया गठबंधन से अलग, ऑपरेशन सिंदूर और मतदाता सूची संशोधन पर सरकार को घेरने की तैयारी

नई दिल्ली। संसद का बहुप्रतीक्षित मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने वाला है। तमाम…

By आवेश तिवारी

You Might Also Like

DA increased in Chhattisgarh
छत्तीसगढ़

IAS, IPS और IFS अफसरों को केंद्र के समान मिलेगा DA, 1 जुलाई से होगा प्रभावी

By दानिश अनवर
Supreme Court on tiger safari
देश

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: टाइगर सफारी पर सख्त रोक, मानव-वन्यजीव संघर्ष में मौत पर 10 लाख मुआवजा

By अरुण पांडेय
छत्तीसगढ़

सरगुजा में मासूमों के पोस्टमार्टम की कीमत 10 हजार

By Lens News
Sushila Karki
दुनिया

BHU की पूर्व छात्रा और नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को मिल सकती है अंतरिम कमान

By आवेश तिवारी

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?