द लेंस डेस्क। हिसार पुलिस ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ( JYOTI MALHOTRA ) के मामले में किसी भी पत्र की प्राप्ति से साफ इंकार किया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने मीडिया में चल रही खबरों को भ्रामक करार देते हुए स्पष्ट किया कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है और जांच पूरी होने तक संयम बरतने की आवश्यकता है। हरियाणा पुलिस के डीजीपी की जनसंपर्क अधिकारी पूजा सिंह ने भी मीडिया से अपील की है कि वे जांच को प्रभावित करने वाली तथ्यहीन खबरों से बचें।
हिसार पुलिस ने 21 मई 2025 को एक आधिकारिक प्रेस नोट जारी कर ज्योति मल्होत्रा मामले में स्थिति स्पष्ट की। 16 मई 2025 को हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा, पुत्री हरीश मल्होत्रा, को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और सरकारी गोपनीयता अधिनियम 1923 के तहत गिरफ्तार किया गया। उन पर कुछ पब्लिक इन्फॉर्मेशन ऑफिसर्स (PIOs) के साथ संपर्क और संवेदनशील जानकारी के आदान-प्रदान का आरोप है। यह प्रेस नोट 18 मई को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जारी किया गया पहला आधिकारिक बयान है।
जांच जारी फिलहाल स्पष्ट सबूत नहीं
पुलिस ने ज्योति से तीन मोबाइल फोन एक लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। इसके अलावा वीजा सेवाएं प्रदान करने वाले हिसार निवासी हरकीरत से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। सभी उपकरणों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है जिसके परिणाम अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं।
ज्योति मल्होत्रा वर्तमान में पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है। हरकीरत से पूछताछ की गई लेकिन उसे हिरासत में नहीं लिया गया। कुछ केंद्रीय जांच एजेंसियों ने प्रोटोकॉल के तहत ज्योति से पूछताछ की है लेकिन वह हिसार पुलिस की हिरासत में ही है।
यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है और हिसार पुलिस गहनता से जांच कर रही है। अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है जो ज्योति को सैन्य, रणनीतिक जानकारी, आतंकवादी संगठनों, प्रेम संबंधों, या धर्म परिवर्तन जैसी गतिविधियों से जोड़ता हो। फिलहाल ज्योति के चार बैंक खातों की गहन जांच चल रही है लेकिन वित्तीय लेन-देन के बारे में अभी कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।

हिसार पुलिस का स्पष्टीकरण और खंडन
जांच पूरी तरह से हिसार पुलिस द्वारा की जा रही है और ज्योति को किसी केंद्रीय एजेंसी को नहीं सौंपा गया है। ज्योति की सैन्य या रणनीतिक जानकारी तक पहुंच या आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता का कोई सबूत नहीं मिला है। सार्वजनिक रूप से प्रसारित कथित व्हाट्सएप चैट और डायरी के पन्ने पुलिस के कब्जे में नहीं हैं। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर फैली अफवाहें और तथ्यहीन खबरें जांच और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर रही हैं। पुलिस ने सभी से केवल आधिकारिक बयानों पर आधारित जानकारी प्रसारित करने का अनुरोध किया है।

हिसार पुलिस ने प्रेस नोट में स्पष्ट किया कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया से अनुरोध किया गया है कि वे सत्यापित जानकारी का ही प्रसार करें और अफवाहों या अनुमानों पर आधारित खबरों से बचें। पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहा, “भ्रामक खबरें न केवल जांच को प्रभावित करती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं।”
हरियाणा पुलिस के डीजीपी की जनसंपर्क अधिकारी पूजा सिंह ने कहा, “मीडिया को जांच पूरी होने तक संयम बरतना चाहिए। हरियाणा पुलिस इस मामले की सूक्ष्मता से जांच कर रही है। हम सभी से अपील करते हैं कि केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें और भ्रामक खबरों से बचें।”

सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर कई तरह की अफवाहें और तथ्यहीन दावे सामने आए हैं। हिसार पुलिस ने इन खबरों का खंडन करते हुए लोगों से सत्यापित जानकारी पर ध्यान देने की अपील की है। कुछ यूजर्स ने पुलिस के प्रेस नोट की सराहना की और इसे भ्रामक खबरों के खिलाफ एक जिम्मेदार कदम बताया।
ज्योति मल्होत्रा मामला एक संवेदनशील जांच का हिस्सा है, और हिसार पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अभी तक कोई ठोस सबूत सैन्य जानकारी या आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ाव के नहीं मिले हैं। पुलिस ने सभी से इस मामले में संयम बरतने और केवल आधिकारिक बयानों पर भरोसा करने की अपील की है। जांच के नतीजे आने तक इस मामले में और खुलासे की उम्मीद है।
देखें द लेंस की रिपोर्ट