द लेंस डेस्क। हरियाणा की ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा( JYOTI MALHOTRA) जिन्हें पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में गिरफ्तार किया गया था ज्योति को गुरुवार सुबह 9:30 बजे हिसार कोर्ट में पेश किया गया। करीब डेढ़ घंटे तक चली तीखी बहस के बाद हिसार पुलिस को ज्योति की 4 दिन की अतिरिक्त रिमांड मिल गई। कोर्ट से बाहर निकालते वक्त पुलिस ने फिल्मी अंदाज में ज्योति को मीडिया की नजरों से बचाया। काले शीशों वाली स्कॉर्पियो गाड़ी मंगाई गई कोर्ट का मुख्य गेट बंद कराया गया और फिर ज्योति को उसमें बिठाकर पुलिस वहां से रवाना हो गई। इस दौरान किसी भी पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कोई बात नहीं की।
पेशी के दौरान पिता से भी मुलाकात नहीं
ज्योति की कोर्ट पेशी के वक्त उनके पिता हरीश मल्होत्रा को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई। इससे परिवार में निराशा और सवाल खड़े हो रहे हैं। ज्योति को 16 मई को गिरफ्तार किया गया था और पिछले 5 दिनों की रिमांड के दौरान हिसार पुलिस, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), मिलिट्री इंटेलिजेंस, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और अन्य खुफिया एजेंसियों ने उनसे गहन पूछताछ की है।

पहलगाम आतंकी हमले से कनेक्शन की जांच
ज्योति की गिरफ्तारी का एक प्रमुख कारण 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। जांच एजेंसियां इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि क्या ज्योति की गतिविधियों का इस हमले से कोई संबंध है। खास तौर पर यह शक इसलिए गहराया क्योंकि ज्योति ने हमले से पहले कश्मीर के उन इलाकों में वीडियो बनाए जहां सेना की तैनाती या मूवमेंट कम थी। इन जगहों में गुलमर्ग, डल लेक, लद्दाख की पैंगॉन्ग लेक और पहलगाम शामिल हैं।
‘ट्रैवल विद जो’ यूट्यूब चैनल पर संदिग्ध गतिविधियां
जांच में पता चला कि ज्योति ने अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ पर 5 जनवरी 2025 को कश्मीर की यात्रा के दौरान कई टूरिस्ट स्थलों के वीडियो अपलोड किए थे। इन वीडियो में गुलमर्ग, डल लेक, पैंगॉन्ग लेक, और पहलगाम जैसे क्षेत्रों को दिखाया गया। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इन वीडियो में कोई कोडेड संदेश या जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के लिए थी। इसके लिए ज्योति के 4 बैंक खातों की भी जांच की जा रही है ताकि कश्मीर यात्रा के दौरान हुई वित्तीय लेनदेन का विश्लेषण किया जा सके।

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा पर सवाल
पहलगाम हमले के बाद ज्योति ने अपने एक वीडियो में कहा था, “इस हमले में सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की जिम्मेदारी है जो घूमने जाता है। उसे सतर्क रहना चाहिए। कश्मीर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा है फिर भी ये घटना हुई तो इसमें सुरक्षा चूक हुई है।” इस बयान ने जांच एजेंसियों का ध्यान और आकर्षित किया क्योंकि यह संदेह पैदा करता है कि क्या ज्योति ने जानबूझकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाकर किसी तरह की गतिविधि को छिपाने की कोशिश की।
पाकिस्तान कनेक्शन और जासूसी का शक
ज्योति ने 2023 में पाकिस्तान वीजा हासिल किया था और वहां पाकिस्तानी हाई कमीशन के कर्मचारी दानिश से उनके नजदीकी रिश्ते बने थे। इसके अलावा वह प्रायोजित यात्राओं के तहत पाकिस्तान जाती थी और वहां फाइव-स्टार होटलों में ठहरती थी। NIA यह जांच कर रही है कि क्या ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ भारत की संवेदनशील जानकारी साझा की।