द लेंस डेस्क। Apple’s investment: एपल की ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग रणनीति में भारत की भूमिका लगातार मज़बूत होती जा रही है। इसी कड़ी में कंपनी की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन ने भारत में 1.49 बिलियन डॉलर (करीब 12,700 करोड़ रुपये) का बड़ा निवेश किया है। यह निवेश फॉक्सकॉन की सिंगापुर यूनिट के ज़रिए तमिलनाडु स्थित युजहान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में बीते पांच दिनों के भीतर किया गया है। यह फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल की भारत में मैन्युफैक्चरिंग को लेकर असहमति जताते हुए कहा है कि कंपनी को फैक्ट्रियां भारत में नहीं, बल्कि अमेरिका में लगानी चाहिए। ट्रम्प ने एपल CEO टिम कुक से साफ तौर पर कहा कि “इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है।”
वहीं दूसरी ओर, टिम कुक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन अब भारत में बनाए जा रहे हैं और अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत, इन आईफोन्स का ‘कंट्री ऑफ ओरिजिन’ बन जाएगा। इस बीच, एपल के कई अन्य उत्पाद जैसे एयरपॉड्स और वॉच अब वियतनाम में निर्मित हो रहे हैं, जिससे साफ है कि कंपनी चीन पर अपनी निर्भरता घटाकर भारत और अन्य देशों में सप्लाई चेन शिफ्ट कर रही है।
ट्रम्प की टिप्पणी
15 मई को कतर की राजधानी दोहा में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रम्प ने बताया, “कल मेरी टिम कुक से थोड़ी तीखी बातचीत हुई। मैंने उनसे कहा, टिम, तुम मेरे दोस्त हो, लेकिन मुझे यह सुनकर अच्छा नहीं लगा कि तुम भारत में प्रोडक्शन कर रहे हो। भारत दुनिया के सबसे ज़्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है। हमने तुम्हारे चीन में किए प्रोजेक्ट्स को काफी समय तक बर्दाश्त किया, अब तुम्हें अमेरिका में प्रोडक्शन करना होगा।”
2026 तक 6 करोड़ iPhone सालाना
Apple’s investment: फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि अगर एपल असेंबली यूनिट्स को 2025 तक भारत में पूरी तरह शिफ्ट कर लेता है, तो 2026 से भारत में हर साल 6 करोड़ से अधिक आईफोन बनाए जाएंगे, जो मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना होगा। अभी वैश्विक आईफोन शिपमेंट में चीन की हिस्सेदारी 28% है, लेकिन भारत इस हिस्सेदारी में बड़ी चुनौती बन रहा है।
एक साल में 60% बढ़ा iPhone उत्पादन
Apple’s investment: मार्च 2024 से मार्च 2025 के बीच एपल ने भारत में 1.88 लाख करोड़ रुपये (22 बिलियन डॉलर) के iPhone बनाए। यह पिछले साल के मुकाबले 60% की वृद्धि है। इसी अवधि में कंपनी ने ₹1.49 लाख करोड़ (17.4 बिलियन डॉलर) मूल्य के आईफोन भारत से निर्यात किए। अब हर 5 में से 1 आईफोन भारत में बन रहा है। भारत में एपल के लिए मैन्युफैक्चरिंग मुख्य रूप से तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में होती है, जहां सबसे बड़ा योगदान फॉक्सकॉन का है। इसके अतिरिक्त टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी निर्माण में भागीदारी निभा रही हैं।
FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल
वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8 प्रतिशत थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है। इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।