नई दिल्ली। पाकिस्तान की सेना ने आठ मई को पाकिस्तान ने स्वर्ण मंदिर पर निशाना साधा था। इस हमले को वायुसेना ने नाकाम कर दिया। यह चौंकाने वाला खुलासा सेना के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में हुआ है। जिसमें बताया गया है कि भारतीय सेना को इस हमले का पहले से था अंदेशा, इसलिए आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए गए थे।
सेना के एक जवान ने बताया कि भारतीय सेना को पहले से खुफिया जानकारी थी कि पाकिस्तान न केवल सैन्य ठिकानों, बल्कि नागरिक और धार्मिक स्थलों को भी निशाना बना सकता है। स्वर्ण मंदिर उनकी प्राथमिकता सूची में था।
एक मेजर जनरल रैंक के सैन्य अधिकारी ने बताया कि बार-बार मिली हार के बाद पाकिस्तानी सेना अब सीधे टकराव से बच रही है और प्रॉक्सी युद्ध और आतंकवादियों के जरिए हमले कर रही है। पाकिस्तानी सैन्य चौकियां अक्सर भारतीय सीमा पर गोलीबारी करती हैं ताकि आतंकवादियों की घुसपैठ को आसान बनाया जा सके।
एक अन्य भारतीय जवान ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के दौरान 8-9 मई की रात को हुई मुठभेड़ का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि दुश्मन ने अचानक गोलीबारी शुरू की और घुसपैठ की कोशिश की। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और दुश्मन की योजना को विफल कर दिया। सुबह तक पाकिस्तानी सैनिक हार मान चुके थे और उनकी चौकी पर सफेद झंडा लहरा रहा था। जवान ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारतीय सेना की चौकसी के चलते कोई भी दुश्मन भारत की ओर आंख उठाकर नहीं देख सकता।
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था और लगभग 100 आतंकियों को मार गिराया गया था। इस कार्रवाई में बहावलपुर में जैश का मुख्यालय और लश्कर का प्रमुख प्रशिक्षण अड्डा मुरीदके निशाने पर था। 10 मई को भारत पाकिस्तान सैन्य टकराव रोकने के लिए सीज फायर लागू कर दिया गया था।
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