[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कौन सा राज्‍य जला रहा है सबसे अधिक पराली? सरकारी रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
श्रम कानून के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का कल देशभर में प्रदर्शन
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
अन्‍य राज्‍य

मंत्री विजय शाह केस: सरकार ने नहीं की कार्रवाई, तो सुप्रीम कोर्ट ने बनाई SIT,  कोर्ट ने कहा- माफी मगरमच्छ के आंसू जैसी

Lens News Network
Lens News Network
ByLens News Network
Follow:
Published: May 19, 2025 2:20 PM
Last updated: May 19, 2025 9:12 PM
Share
Minister Vijay Shah case
SHARE

नई दिल्ली। भारतीय सेना की अफसर सोफिया कुरैशी को लेकर मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के विवादित बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने SIT का गठन किया है। विवादित बयान के बाद विजय शाह की माफी को भी सुप्रीम कोर्ट ने नामंजूर कर दिया है। कोर्ट ने माफी को लेकर भी मंत्री को फटकार लगाई है। जस्टिस सूर्यकांत ने माफी को लेकर कहा कि कहां है वो माफी? और क्या है उसमें? हम देखना चाहेंगे कि आपने किस तरह की माफी मांगी है। कभी-कभी माफी बचने के लिए मांगी जाती है तो कभी-कभी ये मगरमच्छ के आंसू जैसी होती है। आपका क्या मतलब है?

इस मामले में अब अगली सुनवाई 28 मई को होगी तबतक के लिए मंत्री विजय शाह की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। दरअसल 14 मई को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने खुद मामले को संज्ञान में लते हुए विजय शाह पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया था। मंत्री के खिलाफ इंदौर के महू थाने में FIR भी दर्ज की गई। इसके खिलाफ शाह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।

SIT करेगी मामले की जांच

कर्नल सोफिया को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक SIT का गठन किया है। कोर्ट ने कहा है कि आप जो करना चाहते हैं, हम आप पर छोड़ते हैं। आप यह संदेश देना चाहते हैं कि आपने कोर्ट के कारण माफी मांगी है। इसके बाद कोर्ट ने राज्य से FIR को लेकर कुछ सवाल पूछे। जब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप से FIR को फिर से लिखना पड़ा, तो आपने क्या किया? आपको नहीं लगता कि ये अपराध है? हम तीन IPS अधिकारियों की SIT गठित कर रहे हैं। तीनों अधिकारी मध्य प्रदेश कैडर के बाहर के होंगे। इनमें से एक IG रैंक का होना चाहिए और एक महिला अधिकारी होंगीं। यह आपके लिए लिटमस टेस्ट है।

माफी मगरमच्छ के आंसू जैसी- सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने विजय शाह की ओर कहा कि  याचिकाकर्ता ने इस मामले में माफी मांगी है। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि कहां है वो माफी? और क्या है उसमें? हम देखना चाहेंगे कि आपने किस तरह की माफी मांगी है। कभी-कभी माफी बचने के लिए मांगी जाती है तो कभी-कभी ये मगरमच्छ के आंसू जैसी होती है। आपका क्या मतलब है? जिस तरह के भद्दे कमेंट उन्होंने किए वो भी बिना सोचे-समझे…अब आप उसके लिए माफी मांग रहे हैं।

आपने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया

जस्टिस सूर्यकांत ने माफी को लेकर कहा कि आप पब्लिक फिगर हैं। एक अनुभवी नेता हैं। आपको बोलते समय अपने शब्दों पर विचार करना चाहिए। बोलते समय जिम्मेदारी से काम लें। सेना के लिए हम कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं। यह तर्क खारिज किया जाता है। हम आपकी माफी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। आप लोगों के सामने पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं। आपने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। आप कह रहे हैं कि अगर आपने ठेस पहुंचाई है। तो क्या हुआ। हाई कोर्ट की तरफ से FIR दोबारा लिखने के आदेश के बाद से अब तक आपने क्या किया है।

28 को अगली सुनवाई तब तक गिरफ्तारी पर रोक

सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश DGP को 20 मई की रात 10 बजे से पहले SIT गठित करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि  जब तक SIT की जांच चलती है। याचिकाकर्ता (विजय शाह) को जांच में शामिल होने और पूरा सहयोग करने का निर्देश दिया जाता है। इस मामले में अगली सुनवाई 28 मई को होगी। साथ ही तब तक उसकी गिरफ्तारी पर रोक रहेगी।

क्या है मामला

11 मई इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित हलमा कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर शर्मनाक टिप्पणी की थी। मंच से उन्होंने कहा था कि ‘उन्होंने कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा।अब मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते। इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा, कि तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है, तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करके छोड़ेगी। देश का मान-सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति, समाज की बहनों को पाकिस्तान भेजकर ले सकते हैं।

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मंत्री के खिलाफ तत्काल एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मंत्री ने एक वीडियो के जरिए माफी भी मांगी जिसमें वो हंसते हुए नजर आ रहे थे।

TAGGED:Minister Vijay Shah casesupreme courtTop_News
Previous Article Congress press conference on Operation Sindoor कांग्रेस का बड़ा हमला – सिंदूर की सौदेबाजी पर सरकार चुप क्‍यों ?
Next Article Pakistan attack on Golden Temple स्वर्ण मंदिर पर पाकिस्‍तान का हमला कैसे किया नाकाम, सेना का नया खुलासा
Lens poster

Popular Posts

देशभर में मानसून की मार,11 राज्यों में ऑरेंज अलर्ट, उत्तर भारत में बाढ़, उत्तराखंड में भूस्खलन

द लेंस डेस्क | weather alert देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश, बाढ़ और…

By पूनम ऋतु सेन

राजनीतिक दलों के कालेधन के इस्तेमाल पर जानकारी दे केंद्र सरकार: सुप्रीम कोर्ट

नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र सरकार और भारत के चुनाव…

By आवेश तिवारी

देर से स्‍कूल पहुंचने पर ऐसी सजा कि छात्रा की चली गई जान, मां ने लगाया आरोप

मुंबई। महाराष्ट्र के वसई इलाके से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। स्‍कूल पहुंचने…

By Lens News Network

You Might Also Like

women-in-indian-prisons
आंकड़ा कहता है

23,722 महिलाएं हैं भारतीय जेल में बंद  

By The Lens Desk
cash for query case
अन्‍य राज्‍य

महुआ मोइत्रा ने CBI को दी चुनौती,  ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में लगाई याचिका

By Lens News Network
Trump in U.N.
दुनिया

‘आपके देश नरक में जा रहे हैं’… संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप ने भारत, यूरोप और UN पर बोला हमला

By आवेश तिवारी
Naxalites Surrendered
छत्तीसगढ़

अब सुकमा में 1 करोड़ 18 लाख के 23 ईनामी नक्सलियों ने किया सरेंडर, इनसे भी नहीं मिला हथियार

By बप्पी राय

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?