रायपुर। छ्त्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 31 नक्सलियों को मार गिराया है। इस मुठभेड़ को लेकर राजनीतिक हलचल भी रही। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री के अलग-अलग बयान से इस मामले को लेकर कई सवाल खड़े हुए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर्रेगुट्टा पहाड़ पर चले ऑपरेशन को लेकर सरकार से 8 सवाल किए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस ऑपरेशन को लेकर कहा कि प्रदेश में जो नक्सल ऑपरेशन चल रहा है। हम जवानों के साथ और सरकार के साथ है। हम विरोध उसका करते हैं जब निर्दोष मारा जाता है। गृह मंत्री और मुख्यमंत्री दोनों के बयानों में विरोधाभास है। गृह मंत्री जब बस्तर जाते है तो उनको इसकी जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री को ग्रहमंत्री का इस्तीफा ले लेना चाहिए। कांग्रेस मांग करती है इस पर क्लेरिफिकेशन दें।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार से 8 सवाल पूछे हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि
सवाल 1: क्या 8 मई को रात में ‘संकल्प’ नाम का कोई ऑपरेशन हुआ?
सवाल 2: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी ने दावा किया है कि 8 मई की रात में 22 से अधिक नक्सली मार गिराए हैं जबकि ठीक उसके बाद गृहमंत्री विजय शर्मा जी ने कहा कि न ही कोई ऑपरेशन ‘संकल्प’ चल रहा है और न ही ऐसी कोई संख्या है। मुख्यमंत्री या उप-मुख्यमंत्री किसका दावा सही है?
सवाल 3: ऐसा कैसे हो सकता है कि पुलिस कोई ऑपरेशन चला रही है और गृहमंत्री को इसकी जानकारी नहीं है?
सवाल 4: बीजापुर पुलिस ने 12 मई को शाम प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया है कि पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई है। जिसमें बरामद नक्सलियों के शवों में से कुल 20 नक्सलियों के शवों की पहचान कर ली गई है। जिसमें से 11 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। इसके अलावा 11 नक्सलियों की पहचान होना शेष बताया गया है। इस प्रकार से पुलिस के अनुसार कुल 31 शव बरामद हुए हैं। मुख्यमंत्री का दावा सही है या गृहमंत्री का दावा सही है या फिर पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति?
सवाल 5: अगर सुरक्षा बलों को इतनी बड़ी सफलता मिली तो इसकी घोषणा करने में इतना समय क्यों लगा?