नई दिल्ली। (PM on Operation Sindoor) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार देश को संबोधित करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर कार्रवाई की जानकारी दी। पाकिस्तान को लेकर उन्होंने कहा कि टेटर और टॉक-ट्रेड एक साथ नहीं चल सकता है।
उन्होंने कहा “ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत का सैन्य ऑपरेशन अभी सिर्फ स्थगित हुआ है, आने वाले दिनों में पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापा जाएगा कि वो क्या रवैया अपनाता है।”, “पाकिस्तान से अब सिर्फ आतंकवाद और पीओके को लेकर बात होगी”।
पीएम ने कहा आज बुद्ध पूर्णिमा है। बुद्ध ने शांति की बात की थी और शांति भी ताकत से ही आती है इसलिए भारत का शक्तिशाली होना जरूरी है। जरूरत पड़ने पर शक्ति का इस्तेमालजरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आतंकी हमलों का जवाब अपनी शर्तों पर देगा और किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह ऑपरेशन भारत की ‘नेशन फर्स्ट’ नीति और आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की मिसाल है।
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उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा है, इसलिए भारत ने आतंक के ये मुख्यालय उजाड़ दिए हैं। भारत के इन हमलों ने 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। पाकिस्तान में बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम घूम रहे आतंक के बहुत सारे आकाओं को भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकानों को नष्ट कर भारत ने वैश्विक आतंकवाद के गढ़ पर करारा प्रहार किया।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई को नाकाम करते हुए भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उसकी मिसाइलों और ड्रोनों को नष्ट कर दिया। हताश पाकिस्तान ने 10 मई को तनाव कम करने की गुहार लगाई, जिसके बाद भारत ने अपनी कार्रवाई को स्थगित किया।
मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को आतंक के खिलाफ नया पैमाना बताया, जिसमें भारत ने मेड इन इंडिया हथियारों की ताकत का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “21वीं सदी के युद्ध में भारत ने अपनी श्रेष्ठता साबित की है।” साथ ही पाकिस्तान के स्टेट-स्पॉन्सर्ड आतंकवाद का घिनौना चेहरा भी दुनिया के सामने आया, जब पाकिस्तानी सेना के अधिकारी मारे गए आतंकियों को विदाई देने पहुंचे।
“ऑपरेशन सिंदूर देश की माताओं, बहनों और बेटियों के सम्मान की रक्षा का प्रतीक है। यह न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है।” उन्होंने भारतीय सेनाओं, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों की सराहना की, जिन्होंने इस ऑपरेशन को सफल बनाया।