सोशल मीडिया पर उन्मादियों की अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है शहीद लेेेफ्टिनेंट की पत्नी को
करनाल। भारतीय नौसेना के 13वें एडमिरल की विधवा और शिक्षाविद् ललिता रामदास ने हिमांशी नरवाल को “परफेक्ट फौजी वाइफ” करार दिया है। हिमांशी के पति लेफ्टिनेंट विनय नरवाल 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। 1 मई को विनय के 27वें जन्मदिन पर हिमांशी ने करनाल में एक रक्तदान शिविर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव की अपील की, जिसे सुनकर ललिता ने उनकी तारीफ की।
हिमांशी ने कहा, “हम नहीं चाहते कि लोग मुस्लिमों और कश्मीरियों को निशाना बनाएं। हम शांति चाहते हैं, सिर्फ शांति। हां, हमें न्याय भी चाहिए। जिन्होंने गलत किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।” उनकी इस अपील पर सोशल मीडिया पर कुछ उन्मादियों ने नाराजगी व्यक्त की और उन पर अपशब्दों की बौछार की। सोशल मीडिया पर उन्हें उन्मादियों की अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है।
ललिता रामदास, जिनके पति एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास और पिता एडमिरल राम दास कटारी थे, उन्होंने हिमांशी को पत्र लिखकर उनकी हिम्मत और परिपक्वता की सराहना की। उन्होंने लिखा, “हिमांशी, तुम सच्ची फौजी पत्नी हो, जो सेना, संविधान और हमारे धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के प्रति समर्पित है। तुम्हारी ताकत और नफरत के खिलाफ आवाज उठाने का साहस देखकर मुझे गर्व है।”
ललिता ने यह पत्र नौसेना प्रमुख के सचिवालय के जरिए हिमांशी तक पहुंचाया और उनकी करनाल के पते पर भी भेजने की बात कही। पत्र को स्वतंत्र पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
हिमांशी और विनय की शादी को सिर्फ छह दिन हुए थे, जब यह हादसा हुआ। यूरोप में वीजा समस्याओं और विनय के काम के कारण दोनों ने हनीमून के लिए कश्मीर चुना था। ललिता ने लिखा, “तुम्हारी शांति और प्रेम की बातें हर नागरिक के दिल को छूती हैं। तुम विनय जैसे नौसैनिक की सबसे साहसी साथी हो।”
यह भी देखें: गृह मंत्रालय ने फैसला बदला, अगले आदेश तक खुली रहेगी वाघा-अटारी सीमा