लेंस स्टेट ब्यूरो। रायपुर
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों ने कश्मीर छोड़ना शुरू कर दिया है। पर्यटकों के कश्मीर छोड़ने के बीच छत्तीसगढ़ से गए कई सैलानी भी श्रीनगर और उसके आसपास के इलाकों में फंसें हैं। इस बीच पहलगाम पहुंच रहे रायपुर, भिलाई के 65 सैलानियों को पहलगाम से 30 किमी पहले ही रोक दिया गया। उन्हें बोला गया कि आपको वापस जाना होगा। वे लोग श्रीनगर से आए थे। वापस श्रीनगर पहुंचते उन्हें आधी रात हो गई थी। तब एक होटल मालिक ने उन्हें आधी रात खाना खिलाया और अपने होटल में ही रुकवाया। मंगलवार देर रात से 65 पर्यटक उसी होटल में रुके हुए हैं।
इन 65 सैलानियों में रायपुर के वरिष्ठ पत्रकार शशांक तिवारी भी हैं। द लेंस ने उनसे संपर्क किया। शशांक तिवारी ने द लेंस को बताया, ‘वे लोग श्रीनगर में उसी होटल ताज में रुके हैं, जिसे वे सभी चेकआउट कर पहलगाम के लिए निकले थे। रात 12 बजे उसी होटल में वापस आने पर होटल के मालिक मोहम्मद सैफी बेग ने उन्हें आधी रात खाना खिलाया और कहा कि आपमें से किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक आप सभी यहीं रुकेंगे। अगर होटल में जगह कम पड़ेगी तो मेरा घर आप लोगों के लिए खुला है।‘
शशांक तिवारी बताते हैं कि पहलगाम सहित कश्मीर में अलग-अलग जगहों के लोग अपने घरों से निकलकर इस हमले का विरोध कर रहे हैं। कश्मीरियों का मानना है कि यह हमला उनके अर्थव्यवस्था में चोट पहुंचाने की कोशिश है। पर्यटकों को इससे पहले कभी भी इस तरह से निशाना नहीं बनाया गया है।
कश्मीर के मिस्किन बाग इन में होटल संचालक मोहम्मद सैफी बेग बताते हैं कि कश्मीर में जब आतंकवाद चरम पर था और छोटी सी गलियों में भी आतंकवादी दिखते थे, तब भी किसी ने सैलानियों को निशाना नहीं बनाया। इस बार सैलानियों पर हमला कर कश्मीर के लोगों को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। इस हमले के बाद कश्मीर के लोगों की रोजी रोटी पर फर्क पड़ेगा।
शशांक तिवारी ने पहलगाम से वापस श्रीनगर पहुंचे लोगों से बात भी की। लोगों के हवाले से उन्होंने बताया कि पहलगाम को सुरक्षा एजेंसियां खाली करा रहीं हैं। होटल बुकिंग के बाद भी लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा है। पहलगाम में स्थानीय लोग टूरिस्टों की मदद के लिए आगे आए और सभी डरे हुए सैलानियों को समझाया कि वे लोग सभी को सुरक्षित यहां से बाहर निकालेंगे। सभी लोगों की मदद भी की और खाना खिलाकर वापस भेजा।