[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
जानिए, पहले दिन बाजार में कैसे लागू हुआ जीएसटी 2.0?
यूपी में जातिगत रैलियों, आयोजनों पर रोक, एफआईआर में भी नहीं होगा जाति का उल्लेख
बड़ी खबर : दिग्गज भाजपा नेता ननकी राम की चेतावनी, कोरबा कलेक्टर को नहीं हटाया तो सरकार के खिलाफ धरना
नदियों को बचाने सड़क पर उतरी देहरादून की जनता
प्रशांत किशोर के अजब गजब खुलासे, डिप्टी सीएम और अन्य एनडीए नेता घिरे
बनारस पुलिस ने जिस वकील को बर्बरता से पीटा वो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का दामाद निकला
माओवादियों को तगड़ा झटका, मुठभेड़ में केंद्रीय समिति के सदस्य राजू दादा और कोसा दादा मारे गए
आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा ने किया सरेंडर, ED न मांगी चार हफ्ते को कस्टडी
आज से से माना एयरपोर्ट जाने के लिए वन-वे होगी VIP रोड की सेंटर लेन
GST 2.0 : जोमैटो, स्विगी, तंबाकू उत्पाद आज से महंगे, टीवी, फ्रिज, दूध, पनीर, वाहन अब सस्ते
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

द लेंस का आगाज : “पत्रकारिता, जो सतह पर नहीं है वह भी दिखाए”

The Lens Desk
Last updated: April 20, 2025 5:00 pm
The Lens Desk
Share
द लेंस का आगाज
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

रायपुर। न्यूज पोर्टल और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म TheLens.in की शुरुआत 18 अप्रैल की शाम रायपुर प्रेस क्लब के खुले प्रांगण में भव्य और विचारोत्तेजक चर्चा के साथ हुई। जाने-माने पत्रकार और द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन, वरिष्ठ पत्रकार व लेखिका नीरजा चौधरी और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. अपूर्वानंद ने ‘आज के प्रश्न और पत्रकारिता का उत्तर’ विषय पर चर्चा करते हुए मौजूदा दौर के गंभीर सवालों पर विचार रखे।

कार्यक्रम की शुरुआत गांधीवादी चिंतक व बीबीसी के पूर्व संपादक मधुकर उपाध्याय की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आधारित वीडियो स्टोरी के साथ हुई। यह स्टोरी उन्होंने द लेंस के लिए तैयार की थी, जिसमें बताया गया है कि गांधी जी कैसे 108 साल पहले महिला सशक्तिकरण के लिए बिहार के चंपारण, बेतिया और मोतिहारी से शिक्षा की अलख जगाई।

प्रो. अपूर्वानंद, दिल्ली विश्वविद्यालय

प्रो. अपूर्वानंद ने कहा कि पत्रकारिता का दायित्व विश्वविद्यालयों के दायित्व से कहीं अधिक गंभीर है। उन्होंने कहा कि पत्रकार अखबारों के माध्यम से समाज को तथ्य और सूचना प्रदान करते हैं, उसका विश्लेषण करते हैं। यह कार्य शिक्षकों और शोधकर्ताओं के कार्य से मिलता-जुलता है, लेकिन इसका प्रभाव और जिम्मेदारी कहीं अधिक होती है। यदि एक शोधकर्ता से गलती होती है, तो संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ या अन्य शोधकर्ता उस गलती को चिह्नित कर उसे सुधार सकते हैं, लेकिन अगर पत्रकार तथ्यात्मक गलती करता है, तो उसका दुष्प्रभाव हजारों लोगों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि आम पाठकों के पास न तो तथ्यों की जांच करने का औजार होता है और न ही समय, इसलिए पत्रकार की जिम्मेदारी कई गुना बढ़ जाती है।

नीरजा चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार

वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि द लेंस की पहली स्टोरी महिला सशक्तिकरण पर आधारित है। उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने पर आभार व्यक्त किया और टीम को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

नीरजा चौधरी ने कहा कि देशभर में विशेषकर चुनावों के दौरान जब वे युवतियों और महिलाओं से मिलती हैं, तो महसूस होता है कि आने वाली सदी भारतीय महिलाओं की सदी होगी। उन्होंने भारत की सामाजिक संरचना में हो रहे बदलावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि देश में व्यापक लोकतंत्रीकरण हो रहा है। आज देश में एक ओबीसी प्रधानमंत्री हैं। अब राजनीतिक चर्चाओं में जनगणना, दलित, ओबीसी, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को प्रतिनिधित्व देने की बात होने लगी है, यह एक बड़ा सामाजिक बदलाव है।

उन्होंने चिंता भी जताई कि इस बदलाव के समानांतर देश के लोकतांत्रिक संस्थानों पर दबाव बढ़ा है और स्वतंत्र अभिव्यक्ति की जगह सिमट रही है। ऐसे में पत्रकारिता का दायित्व है कि वह सिर्फ जवाब न दे, बल्कि जनता को वह दिखाए जो सतह पर नहीं दिख रहा है।

सिद्धार्थ वरदराजन, वरिष्ठ पत्रकार

वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ वरदराजन ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था, न्यायपालिका की स्वतंत्रता और मीडिया की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने चंपारण में महिलाओं की शिक्षा पर बनी द लेंस की पहली रिपोर्ट की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पत्रकारिता की जिम्मेदारी को समझते हुए ईमानदारी और साहस से काम करने का प्रतीक है। द लेंस ने जिस तरह से इस मंच को तैयार किया है, वह गंभीर पत्रकारिता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का अर्थ केवल चुनाव तक सीमित नहीं होना चाहिए। यदि आम नागरिक अपने चुने हुए प्रतिनिधियों पर नियंत्रण नहीं रख सकता, तो लोकतंत्र अधूरा रह जाएगा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब उच्च पदों पर बैठे लोग ही न्यायपालिका की आलोचना करने लगेंगे, तो स्वतंत्र न्याय प्रणाली की सुरक्षा कैसे होगी?

सिद्धार्थ वरदराजन ने सवाल किया कि क्या भारत केवल हिंदुओं का देश है? उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा मुस्लिम समुदाय पर दिए गए बयानों की आलोचना करते हुए कहा कि यह संविधान की शपथ का उल्लंघन है। उन्होंने धार्मिक ध्रुवीकरण और नफरत फैलाने वाले भाषणों को लेकर सरकार और मीडिया की भूमिका पर भी चिंता व्यक्त की।

आर्थिक नीतियों पर भी प्रहार करते हुए सिद्धार्थ वरदराजन ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हो रहे पर्यावरणीय नुकसान और स्थानीय समुदायों के विस्थापन का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत के संसाधन केवल कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए हैं? उन्होंने अमेरिकी अदालत में गौतम अडानी के खिलाफ दर्ज केस का हवाला देते हुए पूछा कि भारत सरकार ने अब तक इस मामले की जांच क्यों नहीं की।

द लेंस परिवार की ओर से वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग ने कहा कि हम पत्रकारिता के मूल्यों के साथ आगे बढ़ेंगे। हम न्याय के साथ और संविधान के पहरुए की तरह काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम वादा करते हैं कि लोकतांत्रिक मूल्यों से डिगेंगे नहीं।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. विक्रम सिंघल ने द लेंस के विजन के साथ ही पत्रकारिता के मूल्य और सामाजिक जिम्मेदारियों पर बात रखी। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी ही मनुष्यता की परिभाषा है। यदि अभिव्यक्ति सीमित हो जाएगी तो मनुष्य का विकास सीमित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मीडिया के साथ-साथ उसके पाठकों और दर्शकों की जिम्मेदारी भी महत्वपूर्ण है।

TheLens.in के लॉन्च कार्यक्रम का पूरा वीडियो देखें हमारे यूट्यूब चैनल पर।

TAGGED:digital mediaTheLensTop_News
Previous Article Nepal राजशाही, लोकतंत्र, हिंदू राष्‍ट्र के बीच कहां खड़ा है नेपाल
Next Article परमाणु उपकरणों की सप्लाई में जुर्माने को शिथिल करने की सुगबुगाहट

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्‍ट्रपति, 452 वोट मिले, विपक्षी उम्‍मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 मत

नई दिल्‍ली। देश के नए उपराष्‍ट्रपति सीपी राधाकृष्णन होंगे। 15वें उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए आज…

By अरुण पांडेय

जापान के प्रधानमंत्री इशिबा ने हार के बाद दिया इस्तीफ़ा

Japan PM Shigeru Ishiba Resigns जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी…

By आवेश तिवारी

पटना हाईकोर्ट का सख्त आदेश, सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म से हटाएं पीएम की मां का AI वीडियो

नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली पटना उच्च न्यायालय ने बुधवार (17 सितंबर) को बिहार कांग्रेस द्वारा…

By आवेश तिवारी

You Might Also Like

देश

घिसे पीटे टायरों से हो रही लैंडिंग, पायलटों की ट्रेनिंग का सिम्युलेटर भी गड़बड़, डीजीसीए का दिल्ली मुंबई एयरपोर्ट पर छापा

By Lens News Network
Operation sindoor
देश

भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ठोका ! जैश-लश्कर-हिजबुल के 9 अड्डों पर मिसाइल स्ट्राइक, नाम दिया – ‘ऑपरेशन सिंदूर’

By Lens News Network
Dr. Rose Kerketta
साहित्य-कला-संस्कृति

अंतिम जोहार रोज दी : खामोश हो गई डायन प्रथा के खिलाफ और आदिवासी अधिकारों की आवाज

By The Lens Desk
Raipur Police Commissioner System
छत्तीसगढ़

रायपुर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने 7 IPS बनाएंगे ड्राफ्ट

By दानिश अनवर
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?