[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
‘भूपेश है तो भरोसा है’ फेसबुक पेज से वायरल वीडियो पर FIR, भाजपा ने कहा – छत्तीसगढ़ में दंगा कराने की कोशिश
क्या DG कॉन्फ्रेंस तक मेजबान छत्तीसगढ़ को स्थायी डीजीपी मिल जाएंगे?
पाकिस्तान ने सलमान खान को आतंकवादी घोषित किया
राहुल, प्रियंका, खड़गे, भूपेश, खेड़ा, पटवारी समेत कई दलित नेता कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में
महाराष्ट्र में सड़क पर उतरे वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ता, RSS पर बैन लगाने की मांग
लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर AC बस में लगी भयानक आग, 70 यात्री बाल-बाल बचे
कांकेर में 21 माओवादियों ने किया सरेंडर
RTI के 20 साल, पारदर्शिता का हथियार अब हाशिए पर क्यों?
दिल्ली में 15.8 डिग्री पर रिकॉर्ड ठंड, बंगाल की खाड़ी में ‘मोंथा’ तूफान को लेकर अलर्ट जारी
करूर भगदड़ हादसा, CBI ने फिर दर्ज की FIR, विजय कल पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

अन्नाद्रमुक के सहारे

Editorial Board
Editorial Board
Published: April 14, 2025 7:05 PM
Last updated: April 14, 2025 7:05 PM
Share
AIADMK and BJP alliance
AIADMK and BJP alliance
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

पखवाड़े भर पहले वक्फ बिल पर सरकार का विरोध करने वाली अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन का ऐलान भाजपा की एक बड़ी रणनीतिक सफलता है, बावजूद इसके कि तमिलनाडु में उसकी चुनौतियां कम नहीं हैं। खास बात यह है कि इस गठबंधन का ऐलान खुद केंद्रीय गृह मंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री ईपीएस पलानीस्वामी की मौजूदगी में किया है। भाजपा तमिलनाडु में अपना आधार बढ़ाने के लिए खासी मशक्कत कर रही है, और उसने प्रदेश भाजपा के तेजतर्रार अध्यक्ष पूर्व आईपीएस के अन्नामलाई को हटा कर नारायण नगेंद्रन को अध्यक्ष बनाने से गुरेज नहीं किया। अन्नाद्रमुक के विरोधी समझने जाने वाले अन्नामलाई चाहते थे कि भाजपा को अगले विधानसभा चुनावों में किसी के साथ गठबंधन के बजाय अकेले ही मैदान में उतरना चाहिए। असल में उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद तमिलनाडु में भाजपा का वोट प्रतिशत 2019 के तीन फीसदी से बढ़कर 11 फीसदी हो गया था। इसके बावजूद हकीकत यही है कि हिन्दुत्व के एजेंडे पर चल रही भाजपा की राह तमिलनाडु में आसान नहीं है। यदि उसे विस्तार करना है, तो उसे किसी द्रविड़ पार्टी के साथ जाना ही होगा। दूसरी ओर जयललिता के जाने के बाद से अन्नाद्रमुक लगाातार क्षरण और गुटबाजी में उलझती गई है। जाहिर है, भाजपा और अन्नाद्रमुक का यह गठबंधन सियासी सुविधा की शादी है, जिसमें देखना होगा कि ओपीएस पन्नीरसेलवम और टीटीवी दीनाकरण जैसे पलानीस्वामी के विरोधियों को भाजपा कैसे साधती है।

TAGGED:Editorial
Previous Article Violence in West Bengal Shortsighted gibberish
Next Article महागठबंधन की जमीन
Lens poster

Popular Posts

अदालती टिप्पणी से आहत डॉ. कलाम जब राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने को हो गए थे तैयार!

आज 27 जुलाई को ‘मिसाइलमैन’ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को इस दुनिया से विदा हुए…

By रशीद किदवई

राज्यपाल से मिले सीएम साय, कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा तेज, 18 अगस्त को शपथ की संभावना

रायपुर। छत्तीसगढ़ कैबिनेट विस्तार की चर्चा के बीच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजभवन पहुंचे। उन्होंने…

By दानिश अनवर

A collective ignominy

The government is seeking consensus over impeaching Justice Varma. The infamous cash haul judge of…

By Editorial Board

You Might Also Like

Well done India
लेंस संपादकीय

Well done India

By Editorial Board
लेंस संपादकीय

आग से मत खेलिए

By The Lens Desk
poor quality watermelon
लेंस संपादकीय

तरबूज भी नहीं बचा!

By Editorial Board
लेंस संपादकीय

बिहार में नीतीश बनाम तेजस्वी का मतलब

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?