The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Latest News
हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के डर से कवर्धा से भागा पादरी परिवार, गृह मंत्री ने आरोपों को बेबुनियाद कहा
सड़क हादसे में बाल बाल बचे तेजस्वी, ड्राइवर और सुरक्षाकर्मी घायल
पीएम मोदी को कनाडा से बुलावा, मार्क कोर्नी ने फोन कर भेजा G-7 का आमंत्रण
पीएम मोदी को सीएम साय ने बताया – बस्तर में डर नहीं, डिजिटल बदलाव, नक्सल ऑपरेशन की कामयाबी की रिपोर्ट भी दी
स्टारलिंक को सेवा शुरू करने का लाइसेंस, सैटेलाइट इंटरनेट वाली देश में तीसरी कंपनी
क्या सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान को आतंकवाद का पनाहगार साबित कर पाया ?
बीजापुर नेशनल पार्क में दूसरे दिन भी मुठभेड़, अब तेलंगाना का बड़ा नक्सली भास्कर ढेर
छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की प्रवेश मार्गदर्शिका, इन नियमों का करना होगा पालन
छत्तीसगढ़ में थाना प्रभारियों का प्रमोशन, 46 TI बने DSP, डीपीसी के बाद राज्य सरकार ने जारी किया आदेश
अरविंद नेताम ने संघ प्रमुख से कहा : अपनी छतरी में बौद्ध, जैन और सिख समुदाय जैसी जगह दे दें आदिवासियों को 
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस रिपोर्ट
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Follow US
© 2025 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
The Lens > लेंस अभिमत > धर्म के नाम पर
लेंस अभिमत

धर्म के नाम पर

Editorial Board
Last updated: April 13, 2025 1:57 pm
Editorial Board
Share
SHARE

पखवाड़े भर पहले अलविदा नमाज के मौके पर उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों की भाजपा सरकारों ने कानून व्यवस्था के नाम पर सड़कों पर नमाज पर रोक लगा दी थी, लेकिन उन्हें सड़कों पर हिन्दू त्योहारों के मौकों पर सड़कों पर से निकलने वाली शोभा यात्राओं और भंडारों से एतराज नहीं है। यह बदल चुके भारत की तस्वीर है, जहां धर्म की आड़ में मनमानी करने वालों को सत्ता से खुला संरक्षण मिल रहा है। पहले रामनवमी और फिर हनुमान जयंती पर जिस तरह से सड़कों और सार्वजनिक जगहों को घेरा गया है, वैसा हर हिंदू त्योहारों के मौके पर आम हो गया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने धार्मिक आयोजनों को सरकार के दायरे से दूर रखा था, लेकिन केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से पिछले 11 सालों में यह संयम टूट गया है। उत्तर प्रदेश में 2017 में सत्ता में आई योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाली भाजपा सरकार को यह लिहाज भी नहीं रहा कि वह केवल हिंदुओं की प्रतिनिधि नहीं है, बल्कि संवैधानिक रूप से वह सभी धर्मों की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है। जब खुद मुख्यमंत्री धार्मिक आधार पर भड़काऊ बयान देने वाले अपने पुलिस अधिकारियों का बचाव करते हैं, तो जमीनी स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। निस्संदेह सड़कों और सार्वजनिक जगहों को धार्मिक आयोजनों के लिए घेरने की इजाजत नहीं दी जा सकती, लेकिन कानून सबके लिए समान होना चाहिए।

TAGGED:EditorialReligious events and law and order
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article harmful content सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति के लिए तय की तीन महीने की समय-सीमा, पॉकेट वीटो पर लगाम
Next Article harmful content Federalism reasserted

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

इंडिगो की पैरेट कंपनी पर इनकम टैक्स ने लगाया 944 करोड़ का जुर्माना, कंपनी बोली- कानून रुप से देंगे चुनौती

देश की किफायती एयरलाइंस इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड की मुश्किलें बढ़ती नजर…

By Amandeep Singh

जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद देशद्रोह के आरोपों से मुक्‍त

नई दिल्‍ली। जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद को देशद्रोह के मामले में बड़ी…

By The Lens Desk

पाकिस्तान में उग्रवादियों ने हाईजैक की ट्रेन, 6 सुरक्षाबलों को मारने का दावा,  क्वेटा में मेडिकल इमजेंसी

बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मेदारी, बच्चों-महिलाओं को किया रिहा कराची। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में…

By The Lens Desk

You Might Also Like

poor quality watermelon
लेंस अभिमत

तरबूज भी नहीं बचा!

By Editorial Board
High court of allahabad
लेंस अभिमत

एक और संवेदनहीन फैसला

By Editorial Board
लेंस अभिमत

नेपाली छात्रा की मौत : सुरक्षा और विश्वास बहाल हो

By The Lens Desk
Assam arms licenses
English

A sinister ploy

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?