[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में तेज आवाज साउंड बॉक्स पर कार्रवाई, झांकी से पहले डीजे संचालकों को अल्टीमेटम
टाटा की गाड़ियों के दाम में 65 हजार से 1.55 लाख तक की भारी कटौती का फैसला
राजभवन में शिक्षकों का ये कैसा सम्मान?
रायपुर: गणपति की AI छवि वाली मूर्ति को लेकर बवाल, पंडाल पर पर्दा, दर्शन बंद
संघ के वरिष्ठ प्रचारक शांताराम सर्राफ का निधन
श्रीनगर: भीड़ ने तोड़ा अशोक स्तंभ, हजरतबल दरगाह में बवाल
डोनाल्ड ट्रंप बोले – हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया
‘…मैं डिप्टी सीएम बोल रहा हूं, कार्रवाई रोको’, अजित पवार की IPS अंजना को चेतावनी, देखिए वीडियो
नेपाल में फेसबुक, व्हाट्सएप और एक्स समेत दर्जन भर सोशल मीडिया प्लेटफार्म बैन
फार्मा सेक्टर टैरिफ मुक्त होने के बावजूद अमेरिका के बाहर बाजार तलाश रहा भारत
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
दुनिया

पाकिस्तानी सेना की ‘ब्रेन फैक्ट्री’ क्वेटा पर बलूचों का कूच, शाहबाज सरकार ने किया इंटरनेट बंद

पूनम ऋतु सेन
Last updated: April 5, 2025 5:48 pm
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Share
SHARE

द लेंस डेस्क। बलूचिस्तान में तनाव एक बार फिर अपने चरम पर पहुँच गया है, यहां बलूच विद्रोहियों की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बलूचिस्तान नेशनल पार्टी मेंगल (बीएनपी-मेंगल) ने 6 अप्रैल को क्वेटा की ओर मार्च करने की घोषणा की है। पार्टी के अध्यक्ष सरदार अख्तर मेंगल ने यह कदम उठाया है और अपनी गिरफ्तार नेता महरंग बलोच व अन्य कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए आवाज उठाया है।

इस ऐलान ने पाकिस्तानी सेना और शहबाज़ शरीफ सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं क्योंकि क्वेटा न केवल बलूचिस्तान की राजधानी है बल्कि सेना का प्रमुख कमांड सेंटर और रणनीतिक गढ़ भी माना जाता है। बीएनपी-मेंगल ने अपने समर्थकों से वाध से शुरू होकर क्वेटा तक शांतिपूर्ण मार्च में शामिल होने का आह्वान किया है।

मेंगल ने कहा ‘हम बलूचिस्तान को और कुचलने नहीं देंगे। हमारी आवाज़ अब उनके कमांड सेंटर तक पहुँचेगी’ यह मार्च हाल ही में बलोच नेताओं की गिरफ्तारी और कथित तौर पर जबरन गायब करने की घटनाओं के जवाब में आयोजित किया जा रहा है जिसने बलोच समुदाय में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। मेंगल ने चेतावनी दी कि अगर सेना ने इस प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की तो यह उनकी क्रूरता को उजागर करेगा।

क्वेटा में स्थित सैन्य ठिकाने और क्वेटा स्टाफ कॉलेज जिसे पाकिस्तानी सेना की “ब्रेन फैक्ट्री” कहा जाता है, बलूच विद्रोह को दबाने की रणनीतियों का केंद्र रहे हैं। अगर विद्रोही यहाँ तक पहुँचते हैं, तो यह सेना की साख और नियंत्रण पर गंभीर सवाल उठाएगा। हाल ही में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के अपहरण जैसी घटनाओं ने पहले ही सेना को दबाव में ला दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि क्वेटा में प्रदर्शन सेना के लिए “अपने ही घर में चुनौती” जैसा होगा, जो उनकी रणनीतिक विफलता का प्रतीक बन सकता है।

पाकिस्तानी प्रशासन ने क्वेटा में धारा 144 लागू कर दी है और कई क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गई हैं। सेना ने शहर के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किए हैं, जिसमें सैनिकों के साथ-साथ बख्तरबंद वाहन भी शामिल हैं। दूसरी ओर बीएनपी-मेंगल और बलोच यकजेती कमेटी (बीवाईसी) ने अपने समर्थकों से शांतिपूर्ण रहने की अपील की है लेकिन यह भी कहा है कि किसी भी सैन्य दमन का जवाब देने के लिए वे तैयार हैं।

सोशल मीडिया पर बलूच समर्थकों ने इस कूच को ऐतिहासिक कदम बताया है। एक यूज़र ने लिखा, “क्वेटा तक मार्च हमारी ताकत का सबूत होगा। सेना अब छिप नहीं सकती।” वहीं कुछ लोगों ने हिंसा की आशंका जताई है जिसमें एक ने कहा, “यह बलूचिस्तान का निर्णायक मोड़ हो सकता है। सेना खूनखराबे से नहीं हिचकेगी।” बलोच कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि वैश्विक मंच पर भी उनकी माँगों को सुना सकता है।

6 अप्रैल का यह मार्च दो दिशाओं में जा सकता है। अगर सेना बल प्रयोग करती है, तो हिंसा भड़क सकती है और बलूच लिबरेशन आर्मी जैसे सशस्त्र समूह सक्रिय हो सकते हैं। वहीं अगर प्रदर्शनकारी क्वेटा पहुँचने में सफल रहे तो यह बलूच आंदोलन की बड़ी जीत होगी जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित कर सकती है। बलूचिस्तान में पहले से ही विद्रोह की आग सुलग रही है और यह कूच इस संघर्ष का अगला बड़ा अध्याय बन सकता है जो पाकिस्तानी सेना के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती साबित हो सकता है।

TAGGED:armybalochistanbaloochmahrang balochPAKISTAN
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article अन्नामलाई ने भाजपा का अध्‍यक्ष पद छोड़ा
Next Article बस्तर में अमित शाह ने नक्सलियों को कहा भाई, बोले – हथियार डालो, गांव वालों से कहा – सरेंडर कराओ, एक करोड़ पाओ

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

छत्तीसगढ़ में सड़क हादसे में वन मंत्री के भतीजे की मौत

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार में वन मंत्री केदार कश्यप के भतीजे की सड़क हादसे में मौत…

By नितिन मिश्रा

शिवाजी के इन गुणों को आत्मसात कर लें प्रेरणा

छत्रपति शिवाजी महाराज जिन्हें भारतीय इतिहास के महानायक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक के रूप…

By The Lens Desk

भाषा विवाद को लेकर निवेशक केडिया के आफिस में तोड़फोड़

मुंबई। महाराष्‍ट्र में भाषा विवाद को लेकर शनिवार को निवेशक सुनील केडिया के ऑफिस में…

By Lens News Network

You Might Also Like

Israeli attack on Iran
दुनिया

ईरान पर इजरायली हमले से जुड़े दस सवाल और उनके जवाब

By Lens News
Diplomatic Fight
दुनिया

भारत-पाक में जंग का साया, UNSC की बैठक बेनतीजा, अब क्या होगा?

By Lens News Network
Wagah-Attari border
देश

गृह मंत्रालय ने फैसला बदला, अगले आदेश तक खुली रहेगी वाघा-अटारी सीमा

By Lens News Network
खेल

चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज कल से, आठ टीमें कर रही हैं शिरकत

By The Lens Desk
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?