नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को वक्फ एमेंडमेंट बिल पेश होगा। वक्फ बिल पेश करने से पहले संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रश्नकाल के बाद वक्फ बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय दिया गया है। सरकार बिल पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
दूसरी ओर वक्फ बिल पेश होने के दौरान सदन में जमकर हंगामा होने के आसार हैं। विपक्ष ने आज बीएसी ( बिजनेस एडवाइजरी कमेटी) की बैठक से वॉक आउट कर लिया। विपक्ष ने सरकार पर अपने एजेंडे थोपने और विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया है।
क्या कहता सदन का अंक गणित?
लोकसभा में वर्तमान में 542 सदस्य हैं इसमें बीजेपी के 240 सदस्य हैं, टीडीपी और जेडीयू के 53 सदस्यों का समर्थन बीजेपी के साथ हैं। बिल पारित करने के लिए 272 का करिश्माई आंकड़ा पार करना जरूरी है। विपक्ष की बात करें तो कांग्रेस के 99 सदस्य हैं। इंडिया गठबंधन का कुल संख्या दल 233 ही पहुंचता है। कुछ सदस्य निर्दलीय भी हैं जो किसी दल के साथ नहीं हैं।
राज्यसभा में नंबर गणित सरकार के पक्ष में है। राज्यसभा में इस समय 236 सदस्य हैं। बीजेपी के सांसदों की संख्या 98 है। एनडीए के कुल सदस्यों की संख्या 115 के करीब है। छह मनोनीत सदस्यों को मिलाने से यह आंकड़ा 121 पहुंच जाता है। वहीं, इस बिल को पारित करने के लिए 119 सांसद की आवश्यकता है।
टीडीपी और जेडीयू पर टिकी हैं आंखे
भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) और जनता दल यूनाइटेड( जेडीयू) के निर्णय पर सभी की आंखे टिकी हुई हैं। हालांकि, पार्टी के प्रवक्ताओं की ओर से जारी किए गए बयान के अनुसार टीडीपी और जेडीयू भी वक्फ बिल पारित करने के पक्ष में हैं। अगर जेडीयू और टीडीपी लोकसभा में वक्फ बिल का समर्थन नहीं करती तो यह वक्फ संशोधन बिल पारित नहीं हो पाएगा।
मुसलमानों के पक्ष में बिल टीडीपी
टीडीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम कुमार जैन ने वक्फ बोर्ड बिल पर एएनआई से कहा कि पार्टी वक्फ बिल संशोधन विधेयक का समर्थन करेगी, यह विधेयक मुसलमानों के हित में है। “पूरा मुस्लिम समुदाय वक्फ संशोधन विधेयक के पेश होने का इंतजार कर रहा है हमारी पार्टी इसका समर्थन करेगी। चंद्रबाबू नायडू पहले ही कह चुके हैं कि हम इस विधेयक के पक्ष में काम करेंगे।”
जेडीयू के फैसले पर अभी भी संशय
जेडीयू सांसद संजय झा ने वक्फ बिल को लेकर ए से कहा कि नीतीश कुमार पिछले 19 सालों से बिहार में काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लिए जो काम किया है, वह भी दिख रहा है। हमारी पार्टी ने कहा था कि इसे बिना सोचे-समझे लागू नहीं किया जाना चाहिए। जहाँ तक बिल की बारीकियों का सवाल है, इसकी प्रतियाँ अभी तक वितरित नहीं की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ विधेयक पहली बार नहीं आ रहा है, बल्कि 2013 में संशोधित विधेयक के रूप में आया था।
विपक्ष के हर प्रस्ताव को किया गया खारिज
वक्फ संशोधन बिल पेश करने से पहले जेपीसी का गठन किया गया था। इस समिति ने वक्फ बिल को अपनी मंजूरी दे दी है। विपक्ष ने समिति और सरकार दोनों पर उनकी बात ना सुनने का आरोप लगाया है। विपक्ष के द्वारा दिए गए प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया है। विपक्ष ने बिल पर चर्चा करने के लिए 12 घंटे का समय मांगा, जबकि सरकार ने 8 घंटे का समय दिया है। आज विपक्ष ने बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक से वॉकआउट कर लिया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि हम सदन से बाहर चले गए। मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या है। मुझे उम्मीद है कि अध्यक्ष महोदय इस सब पर ध्यान देंगे। पूरा देश देख रहा है कि लोकतंत्र की आवाज़ को किस तरह दबाया जा रहा है।
विपक्ष ने कहा- संविधान के खिलाफ है बिल
विपक्ष ने वक्फ संशोधन बिल को गैर संवैधानिक बताया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का हर फैसला वोट के लिए होता है। समाजवादी पार्टी वक्फ बिल के खिलाफ है। भाजपा पूरा नियंत्रण चाहती है। प्रशासन के गलत फैसले के कारण भारत की संस्कृति और भाईचारे के खिलाफ खाई पैदा की गई है। वह कहते थे कि हम तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं, क्या भाजपा ईद पर किट बांटकर तुष्टीकरण नहीं कर रही है।
यह वक्फ बर्बाद बिल है– ओवैसी
वक्फ बिल को लेकर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह बिल ‘वक्फ बर्बाद बिल’ है। सरकार का एकमात्र मकसद मुसलमानों से नफरत फैलाना और हिंदुत्व की विचारधारा लागू करना है। ओवैसी ने चंद्रबाबू नायडू से अपील की कि उन्हें सोच-समझकर फैसला लेना चाहिए कि वे क्या करवाना चाहते है।
भाजपा ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया
भाजपा ने व्हिप जारी कर अपने सांसदों को सदन में पूरे समय मौजूद रहने को कहा है। संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि हम बिल पर चर्चा चाहते हैं। सभी राजनीतिक दलों को इस पर बोलने का अधिकार है। देश भी जानना चाहता है कि किस पार्टी का क्या स्टैंड है। अगर विपक्ष चर्चा में शामिल नहीं होना चाहता तो हम उन्हें रोक उन्हें सकते। हमारी सरकार वक्फ बिल पर चर्चा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
टीडीपी और जेडीयू के सुझाव मंजूर
वक्फ संशोधन बिल को लेकर जेडीयू और टीडीपी द्वारा दिए गए सुझावों को मंजूर कर लिया गया है। दोनों पार्टियों ने बिल को लेकर 3 सुझाव दिए थे।
1.कानून को पिछली तारीख से लागू नहीं करना चाहिए।
2.पुरानी मस्जिद, दरगाह या दूसरे मुस्लिम धार्मिक स्थान से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।
3.जमीन राज्यों का विषय है, जमीन पर राज्यों की स्पष्ट राय भी ली जाए।
इससे पहले भी बिल को लेकर हुआ हंगामा
एनडीए सरकार ने इससे पहले धारा 370 और तीन तलाक जैसे बिल लेकर आई थी। इन बिल को लेकर उस दौरान जमकर हंगामा हुआ था। इसी प्रकार वक्फ संशोधन बिल को लेकर भी सदन में जमकर हंगामा होने के आसार हैं।