द लेंस डेस्क। म्यांमार में शुक्रवार सुबह 11:50 बजे आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या 10 हजार से ज्यादा हो सकती है।खबर लिखे जाने तक म्यांमार की सैन्य सरकार ने अब तक 694 लोगों की मौत और 1,670 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। वहीं, पड़ोसी देश थाईलैंड में 10 लोगों की जान गई है। इस तरह अब तक इस आपदा में 700 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भूकंप के झटके थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत तक महसूस किए गए।
म्यांमार और थाईलैंड में इमरजेंसी, राहत कार्य तेज

म्यांमार के 6 राज्यों और पूरे थाईलैंड में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। म्यांमार में भूकंप के बाद 14 और झटके महसूस किए गए, जिनमें सबसे शक्तिशाली 6.7 तीव्रता का था। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक 30 मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई, जिसमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 101 लोग अभी भी लापता हैं। यह इमारत चतुचक इलाके में ऑडिटर जनरल ऑफिस के लिए बन रही थी। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इसका ठेका एक चीनी कंपनी के पास था, लेकिन थाई अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
भारत का ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’: म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री

भारत ने म्यांमार की मदद के लिए तुरंत कदम उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप म्यांमार पहुंच गई है। इसे ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “भारतीय वायुसेना का सी-130 प्लेन कंबल, तिरपाल, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, फूड पैकेट और किचन सेट लेकर म्यांमार पहुंचा है। इसमें सर्च और रेस्क्यू टीम के साथ मेडिकल टीम भी शामिल है।” भारत ने आगे भी मदद जारी रखने का वादा किया है।
आंग सान सूची सुरक्षित, ट्रम्प और चीन भी आए आगे

म्यांमार की पूर्व प्रधानमंत्री आंग सान सूची, जो जेल में हैं, भूकंप से सुरक्षित हैं। बीबीसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने म्यांमार के लिए मदद का ऐलान किया है। ट्रम्प ने कहा, “यह भयानक त्रासदी है, हम जल्द मदद भेजेंगे।” चीन ने भी 37 सदस्यों की राहत टीम भेजी है, जिसमें ड्रोन और भूकंप चेतावनी सिस्टम जैसे उपकरण शामिल हैं।
रेडक्रॉस की मुश्किलें: बिजली गुल, राहत कार्य प्रभावित
रेडक्रॉस ने बताया कि मांडले, सागाइंग और दक्षिणी शान राज्य में बिजली आपूर्ति ठप होने से राहत कार्यों में बाधा आ रही है। संगठन ने प्रभावित इलाकों के लिए 1.5 लाख डॉलर की सहायता का ऐलान किया है, जिससे भोजन, पानी, कंबल और हाइजीन किट जैसी जरूरी चीजें मुहैया कराई जाएंगी।

म्यांमार में 6 राज्यों में आपातकाल
म्यांमार की सैन्य सरकार ने सागाइंग, मांडले, बागो, मागवे, शान राज्य (पूर्वी हिस्सा) और नेपीदा में इमरजेंसी लगाई है। सैन्य नेता जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने बताया कि नेपीदा में 96, सागाइंग में 18 और मांडले के क्याक्से टाउनशिप में 30 लोगों की मौत हुई है।