The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Latest News
पीएम मोदी को सीएम साय ने बताया – बस्तर में डर नहीं, डिजिटल बदलाव, नक्सल ऑपरेशन की कामयाबी की रिपोर्ट भी दी
स्टारलिंक को सेवा शुरू करने का लाइसेंस, सैटेलाइट इंटरनेट वाली देश में तीसरी कंपनी
क्या सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान को आतंकवाद का पनाहगार साबित कर पाया ?
बीजापुर नेशनल पार्क में दूसरे दिन भी मुठभेड़ जारी, अब तेलंगाना का बड़ा नक्सली भास्कर ढेर
छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की प्रवेश मार्गदर्शिका, इन नियमों का करना होगा पालन
छत्तीसगढ़ में थाना प्रभारियों का प्रमोशन, 46 TI बने DSP, डीपीसी के बाद राज्य सरकार ने जारी किया आदेश
अरविंद नेताम ने संघ प्रमुख से कहा : अपनी छतरी में बौद्ध, जैन और सिख समुदाय जैसी जगह दे दें आदिवासियों को 
अमिताभ जैन का उत्तराधिकारी खोजने में छूटा पसीना, रेणु पिल्ले के नाम की चर्चा क्‍यों नहीं ?
पहलगाम हमला मानवता और कश्मीरियत पर हमला : पीएम मोदी
रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती, झूम उठा शेयर बाजार,  सेंसेक्‍स 82 हजार के पार
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस रिपोर्ट
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Follow US
© 2025 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
The Lens > देश > मोदी सरकार की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम बंद, 2015 में हुई थी शुरुआत
देश

मोदी सरकार की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम बंद, 2015 में हुई थी शुरुआत

Amandeep Singh
Last updated: March 28, 2025 7:11 pm
Amandeep Singh
Share
SHARE

नवंबर 2015 में केन्द्र सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की थी। योजना का उद्देश्य लोगों को अपना सोना बैंकों में जमा करने के लिए प्रोत्साहित करना था। इस पहल को व्यक्तियों को उनके सोने के जमा पर ब्याज अर्जित करने की इजाजत देकर सोने के आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। लेकिन ये योजना अब सरकार के लिए सिर दर्द बन गई हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सरकार ने मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को बुधवार को बंद कर दिया है। बता दें सरकार इस स्कीम के तहत नवंबर, 2024 तक लगभग 31,164 किलोग्राम सोना जुटा चुकी थी।

क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम

केंद्र सरकार ने डिजिटल गोल्ड को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया था। हालांकि, इसमें केवल पेपर पर रिटेल निवेशक ऑनलाइन सोने में निवेश कर सकते थे। जिसमें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड रखा गया था। वहीं, निवेशकों के पास ऑप्शन था कि वे पांच साल बाद भी चाहे तो आंशिक रिडीम कर सकते थे।

कैसे काम करती थी ये योजना

स्कीम के तहत लोग अपने घरों में पड़ा सोना, बैंकों में जमा कर उस पर ब्याज हासिल कर सकते थे। वहीं बैंकों के पास सोना डिपॉजिट होने से देश की सोने की आयात (इंपोर्ट) पर निर्भरता कम हो रही था। स्कीम के तहत बैंकों में जमा किए गए सोने की पहले शुद्धता जांची जाती थी, और फिर उसे गोल्ड बार्स में बदलकर ग्राहक के गोल्ड डिपॉजिट अकाउंट में जमा कर दिया जाता था। फिर उस अकाउंट पर ग्राहकों को ब्याज मिलता था। अगर ग्राहक अपना सोना वापस लेना चाहे तो बार या सिक्के के रूप में उसे वापस ले सकता था।

क्या है बंद करने की वजह
योजना को बंद करने का फैसला सरकार ने बाजार की बदलती परिस्थितियों और इसके प्रदर्शन के कारण लिया गया है। इसके बावजूद बैंकों के पास अपने कॉमर्शियल हितों के आधार पर शॉर्ट टर्म गोल्ड जमा की पेशकश करने का सरकार ने विकल्प रखा है। योजना की कठिनाई और जेवरों से इमोसनली संबंध अहम बाधाएं थीं। कई भारतीय अपने पारंपरिक गहनों से इमोसनली तौर पर जुड़े हुए हैं, जिन्हें इस योजना के तहत पिघलाना पड़ा, जिससे भागीदारी में बाधा उत्पन्न हुई।

क्या थी चुनौतियां

सोने की जांच और जमा करने की प्रक्रिया काफी बोझिल और लंबी थी। इसके अलावा परीक्षण केन्द्र भी सीमीत थे, प्रतिभागियों को अपनी होल्डिंग्स की घोषणा करने और अर्जित ब्याज पर कर का भुगतान करने की जरूरत का भी सामना करना पड़ा, जिसने कई लोगों को शामिल होने से डिसकरेज किया। इसके अलावा, बैंकों द्वारा जागरूकता और प्रचार की कमी ने इसकी सीमित सफलता में योगदान दिया।

जिसने निवेश किया, उसका क्या होगा ?

जो लोग पहले ही GMS में निवेश कर चुके हैं, उन्हें घबराने की जरुरत नहीं है। योजना की अवधि समाप्त होने तक आपका सोना और अर्जित ब्याज सुरक्षित रहेगा। हालांकि, इस योजना के तहत भविष्य में मध्यम या लॉन्ग टर्म जमा में निवेश करना संभव नहीं होगा। कुछ बैंक अभी भी अपने विवेक पर शॉर्ट टर्म जमा विकल्प प्रदान कर सकते हैं।

भारतीय घरों में कितना सोना
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के घरों में आभूषण सिक्के और बिस्किट के रूप में लगभग 30,000 टन सोना है। इस धन का अधिकांश हिस्सा बिना किसी आय या आर्थिक योगदान के अलमारी या लॉकर में बेकार पड़ा रहता है। जीएमएस ने इस पेसिव ऐसेट को जुटाने की कोशिश की लेकिन अलग-अलग चुनौतियों के कारण योजना को संघर्ष करना पड़ा।

TAGGED:digital goldGMS YOJNAGoldGOLD BONDNarendra Modi
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article मनोरंजन का सिंकदर बना डिजिटल प्लेटफॉर्म, टीवी की कमाई घटी, सिनेमाघरों पर संकट  
Next Article राज्यसभा में राणा सांगा पर रार: सपा सांसद रामजी के समर्थन में आए खरगे, बीजेपी ने काटा हंगामा

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

गजा का दर्द

इस्राइली नाकेबंदी ने पहले ही फलस्तीनियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रखी हैं और अब…

By Editorial Board

आईफोन 16 इ होगा मेड इन इंडिया

टेकडेस्क| आईफोन 16 ई ने आखिरकार एंट्री मार दी है, ऐपल फैंस का इंतजार अब…

By The Lens Desk

आयुष्मान भारत योजना : उम्र सीमा 60 साल और इलाज राशि 10 लाख करने का प्रस्ताव

नई दिल्ली |आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में व्यापक बदलाव की सिफारिश की गई…

By Poonam Ritu Sen

You Might Also Like

देश

जस्टिस वर्मा के इलाहाबाद हाईकोर्ट तबादले को केंद्र की मंजूरी

By Arun Pandey
देश

प्रदूषण से 5 साल घट रही औसत उम्र, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 13 भारत के

By The Lens Desk
देश

डिलीवरी बॉय से ड्राइवर तक, अब हर गिग वर्कर को हेल्थ कवर

By Poonam Ritu Sen
आज-का-मौसम
देश

मौसम का मिजाज : कोंकण-गोवा में भारी बारिश, राजस्थान में लू, देखें आपके राज्य का हाल

By Poonam Ritu Sen

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?