[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को मानने से चुनाव आयोग का इंकार, आधार, वोटर आईडी, राशनकार्ड नागरिकता का सबूत नहीं
MUMBAI TRAIN BLAST CASE: हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ 24 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
मानसून सत्र का दूसरा दिन : संसद के दोनों सदनों में हंगामा, उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा मंजूर, लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
इंतजार करती रही साधना निकल लिए शिवराज
उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar का सफर, क्या है नए उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
BIG BREAKING : उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा
सड़कों पर पंडाल और स्वागत द्वार पर हाईकोर्ट में सुनवाई, कोर्ट ने कहा- अनुमति लेने की गाइडलाइंस लागू रहेगी
विपक्ष पर जवाबी हमले का मोदी ने दिया मंत्र, 17 विधेयक लाने की तैयारी, उद्धव शिवसेना के सांसदों के टूटने की चर्चा गर्म
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ED के बयान पर दी प्रतिक्रिया, साथ में ED को लेकर दो फोटो भी की पोस्ट
राज्यसभा में मल्लिकार्जन खरगे, लोकसभा में राहुल ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार को घेरा
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.

Home » क्या सरकार को नहीं रहा आपकी प्राइवेसी से मतलब ?, जानिए नए डिजिटल नियम में क्या कुछ बदलेगा  

देश

क्या सरकार को नहीं रहा आपकी प्राइवेसी से मतलब ?, जानिए नए डिजिटल नियम में क्या कुछ बदलेगा  

Amandeep Singh
Last updated: March 28, 2025 2:40 pm
Amandeep Singh
Share
SHARE

नई दिल्ली। हम सभी एक- दूसरे से डिजिटली क्नेक्ट हैं। आमतौर पर लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, एक्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सोचिए क्या हो अगर सरकार आपकी प्राइवेट चैट्स पढ़े, या आपके मोबाइल और कंप्यूटर का सारा एक्सेस सरकार के पास हो। जीहां सही पढ़ा आपने, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि आयकर विभाग को टैक्स चोरी के मामलों की जांच के लिए एक नई कानूनी ताकत मिलने जा रही है। नए प्रावधानों के तहत अब आयकर अधिकारी संदिग्ध लोगों के ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंक खातों, ऑनलाइन निवेश और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स तक डायरेक्ट एक्सेस पा सकेंगे। यह अधिकार उन्हें इनकम टैक्स एक्ट, 1961 की धारा 132 के तहत मिलेगा, जो तलाशी और जब्ती की अनुमति देता है।

ये बातें इसलिए सामने आ रही हैं क्योंकि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में इसकी सिफारिश की है। वित्तमंत्री ने 25 मार्च 2025 को संसद में ये बात कही। उन्होंने कहा कि गैरकानूनी लेनदेन के सबूत मिलने के बावजूद इसकी जांच के लिए कोई कानून नहीं है। इसलिए हमने सोचा कि इनकम टैक्स कानून में डिजिटल शब्द जोड़ना होगा। साथ वित्तमंत्री ने ये भी कहा कि डिजिटल एक्सेस से 250 करोड़ की अवैध संपत्ति भी पकड़ी गई है।

दायरे में आएंगी डिजिटल संपत्ति

सरकार ने इन नियमों के जरिए डिजिटल माध्यमों से हो रही टैक्स चोरी पर सख्ती करने की तैयारी कर ली है। नए आयकर विधेयक के तहत टैक्स अधिकारियों को करदाताओं की डिजिटल गतिविधियों की जांच और डेटा जब्त करने की अनुमति दी गई है। यानी अब किसी भी व्यक्ति की गुप्त संपत्ति, अघोषित आय, सोना-चांदी या अन्य कीमती वस्तुएं डिजिटल माध्यम से ट्रैक की जा सकेंगी।

नए नियम से क्या बदलेगा

इनकम टैक्स अधिकारी संदिग्ध व्यक्ति के ईमेल, सोशल मीडिया, ऑनलाइन निवेश, क्रिप्टो अकाउंट्स, और अन्य डिजिटल फाइनेंसिंग प्लेटफार्म की जांच कर सकेंगे। अधिकारी कंप्यूटर, स्मार्टफोन, लैपटॉप, हार्ड ड्राइव और डिजिटल अकाउंट्स की तलाशी और जब्ती कर सकेंगे। जांच में सहयोग न करने पर अधिकारी पासवर्ड बायपास कर सकेंगे, सिक्योरिटी सेटिंग्स ओवरराइड कर सकेंगे और फाइल्स व डेटा अनलॉक कर सकेंगे।

अभी के कानून में क्या होता है?

अभी के नियमों के तहत अधिकारी छापेमारी के दौरान दस्तावेज, बैंक खाते, लैपटॉप या हार्ड ड्राइव जब्त कर सकते हैं, लेकिन डिजिटल डेटा तक सीधी पहुंच में कानूनी अड़चनें होती हैं। नया कानून इस कमी को दूर करेगा। इसके तहत अधिकारी डिजिटल एक्सेस भी अपने पास रख सकेंगे।

नया बिल क्या कहता है?

नया इनकम टैक्स बिल, जो 1 अप्रैल 2026 से लागू होगा, के सेक्शन 247 के तहत यह तय किया गया है कि अधिकारी सिर्फ टैक्स चोरी के मामलों में ही डिजिटल डेटा की जांच कर सकेंगे। यह प्रावधान हर करदाता पर लागू नहीं होगा, सिर्फ उन्हीं मामलों में जहां अघोषित आय या संपत्ति की पुख्ता जानकारी हो।

सरकार ने क्या सफाई दी?

25 मार्च 2025 को राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने साफ किया कि आयकर अधिकारियों को करदाताओं की निजी जानकारी जैसे ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स या बैंक खातों तक बिना प्रक्रिया के पहुंचने की छूट नहीं है। अधिकारी तभी डेटा तक पहुंच बना सकते हैं जब वे तय कानूनी प्रक्रिया का पालन करें।

विशेषज्ञ क्या कहते हैं ?

मनीफ्रंट के को-फाउंडर और सीईओ मोहित गांग ने मीडिया को बताया कि टैक्स चोरी रोकने के लिए टैक्स अधिकारियों को सभी कानूनी उपायों का इस्तेमाल करना चाहिए। खर्चों और जीवनशैली की निगरानी करना गलत नहीं है, क्योंकि इससे टैक्स चोरी पकड़ में आ सकती है। हालांकि उन्होंने कहा कि ईमेल और सोशल मीडिया जैसे निजी प्लेटफॉर्म्स की निगरानी एक संवेदनशील विषय है और इसके लिए स्पष्ट नियमों और सीमाओं की जरूरत है। उनका मानना है कि इस तरह की निगरानी हर करदाता पर लागू न होकर केस-बाय-केस आधारित होनी चाहिए। साथ ही ऐसे किसी कदम को लागू करने से पहले विस्तृत बहस और आम सहमति जरूरी है।

TAGGED:income taxLoksabhaministry of financeNirmala SitharamanSOCIAL MEDIA
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article थाईलैंड-म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, पुल- इमारतें गिरीं, अब तक 107 की मौत
Next Article जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने क्‍यों खारिज की जस्टिस वर्मा के खिलाफ एफआईआर की याचिका

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

Without Census

The ex Congress president Sonia Gandhi in maiden speech in Rajya Sabha yesterday emphasize the…

By The Lens Desk

रहवासी इलाके में दिखा बाघ, गाय का शिकार किया, देखें वीडियो

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तखतपुर में बाघ की मूमेंट से ग्रामीणों में दहशत…

By Nitin Mishra

Supreme failure

It’s been 5 years since the horrific lockdown announcing the onset of COVID pandemic in…

By The Lens Desk

You Might Also Like

Ankita Bhandari
देश

उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी मर्डर केस में 3 को उम्रकैद, पूर्व भाजपा नेता के बेटे ने साथियों के साथ मिलकर की थी हत्या

By Lens News Network
vikram misri trolling
देश

विदेश सचिव विक्रम मिस्री पर सोशल मीडिया ट्रोलिंग के खिलाफ एकजुट हुआ देश

By Lens News
helicopter crash
देश

चारधाम यात्रा में हेली सेवा पर रोक, आखिर क्यों होते हैं बार-बार हेलीकॉप्टर हादसे ?

By Poonam Ritu Sen
Major plane accidents
देश

भारत : बड़े विमान हादसों पर एक नजर

By The Lens Desk
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?