नई दिल्ली। होली के बाद अब देश के विभिन्न हिस्सों में ईद की नमाज को लेकर भी तनाव गहराने लगा है। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत से पहले सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने को लेकर विवाद बढ़ गया है। संभल में सीओ अनुज चौधरी ने ताजा बयान देकर फिर से मामले को तूल दे दिया है, वहीं मेरठ में भी सड़क पर नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी गई है।
दिल्ली में बीजेपी विधायक करनैल सिंह भी सड़क पर नमाज पढ़ने के खिलाफ खड़े हो गए हैं, तो नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुए विवाद अभी तक ठंडा नहीं पड़ा है।
संभल में सीओ अनुज चौधरी का बयान फिर विवादों में

उत्तर प्रदेश के संभल में पीस कमेटी की बैठक के दौरान सीओ अनुज चौधरी ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने एक बार फिर सियासी चर्चाओं को हवा दे दी है। बैठक में उन्होंने कहा कि अगर कोई ईद की सेवई खिलाना चाहता है, तो उसे गुजिया भी खानी पड़ेगी। संभल में पीस कमेटी की बैठक के बाद तय किया गया कि अब न तो सड़क पर और न ही छतों पर नमाज अदा की जाएगी। इस फैसले पर राजनीतिक विरोध शुरू हो गया है।
संभल के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने इस निर्णय पर आपत्ति जताते हुए कहा कि छत पर नमाज पढ़ने से रोक लगाना पूरी तरह गलत है। उन्होंने स्थानीय पुलिस अधिकारी सीओ अनुज चौधरी पर भी सवाल उठाए हैं।
बता दें कि मस्जिद सर्वे को लेकर संभल में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने हाल ही में जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया था। गौरतलब है कि इससे पहले भी सीओ अनुज चौधरी होली और जुमे को लेकर दिए गए अपने बयान के कारण विवादों में रहे थे।
उन्होंने कहा था कि जुमे की नमाज तो साल में 52 बार होती है, लेकिन होली साल में सिर्फ एक बार आती है। अगर किसी को होली के रंगों से दिक्कत है, तो उन्हें उस दिन घर में ही रहना चाहिए। उनके इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था।
मेरठ में माहौल खराब करने की कोशिश

उत्तर प्रदेश के मेरठ में छावनी इलाके की एक मस्जिद के पास हनुमान चालीसा के पाठ और कथित सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के आरोप में एक हिंदू संगठन के नेता समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के हवाले से मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सोमवार को कुछ लोगों ने मस्जिद के बाहर इकट्ठा होकर इसे अवैध बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने धर्म विरोधी नारे लगाए, हनुमान चालीसा का पाठ किया और मस्जिद को गिराने की धमकी दी। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया, जिससे प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करनी पड़ी।
दिल्ली में भाजपा विधायक को सड़क पर नमाज से एतराज

राजधानी दिल्ली में भी इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। बीजेपी विधायक करनैल सिंह, जिन्होंने पहले होली पर मुसलमानों को घर में रहने की हिदायत दी थी, अब सड़क पर नमाज पढ़ने से रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। करनैल सिंह ने इस बारे में दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र लिखा है। आम आदमी पार्टी ने उनके बयान पर पलटवार करते हुए इसे सियासी ड्रामा करार दिया है।
हरियाणा में घोषित तौर पर ईद की छुट्टी रद्द

बीजेपी शासित राज्य हरियाणा में सरकार ने इस बार प्रदेश में ईद की सार्वजनिक छुट्टी रद्द करने का फैसला किया है। 31 मार्च को ही ईद है और यह चालू वित्तीय वर्ष का आखिरी दिन भी है। वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन सरकारी और गैर-सरकारी दफ्तरों में कामकाज सामान्य रूप से होता है। यह सालों से होता भी आया है, लेकिन इस बार संयोग है कि ईद भी इसी दिन पड़ रही है। ऐसा पहली बार हुआ है कि घोषित रूप से ईद की छुट्टी रद्द करने का फरमान जारी किया गया है।
राज्य के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 की क्लोजिंग के कारण यह निर्णय लिया गया है। हालांकि कर्मचारियों को अन्य विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा गया है। सरकार के इस फैसले पर कई संगठनों ने नाराजगी भी जताई है, लेकिन प्रशासन अपने फैसले पर कायम है।
हरियाणा में करीब 6 फीसदी मुस्लिम आबादी है। फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, नूंह, हथीन, सोहना, यमुनानगर, सढौरा और जगाधरी ऐसे इलाके हैं, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। ये इलाके दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सटे हुए हैं।