आगरा। राणा सांगा पर विवादित बयान को लेकर सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के घर करणी सेना ने बवाल मचा दिया। इस दौरान पुलिस के साथ भी झड़प भी हुई। लाठियां भांजी गईं, तो भगदड़ मच गई, पथराव हो गया। अचानक हुए पथराव से पुलिस के पसीने छूट गए। पथराव में इंस्पेक्टर के साथ कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। सूचना मिलते ही अतरिक्त पुलिसबल मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।
पहले से चल रही थी तैयारी
सूचना मिलते ही थाना हरीपर्वत से अतिरिक्त पुलिस बल आ गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों को लाठियां फटकारते हुए खदेड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लिए जाने की सूचना है। बता दें सांसद से घर पर घेराव की तैयारी सुबह से ही की जा रही थी। एत्मादपुर में करणी सेना से पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्र हुए थे। वहां भी पुलिस के द्वारा इन्हें रोका गया था। इस बीच दोपहर को बड़ी संख्या में ये लोग सपा सांसद के हरीपर्वत क्षेत्र स्थित आवास तक पहुंच गए
जानें क्या है पूरा मामला
रामजीलाल सुमन ने संसद में कहा था कि अगर मुसलमानों को बाबर का वंशज कहा जाता है, तो हिंदू गद्दार राणा सांगा के वंशज होने चाहिए। हम बाबर की आलोचना करते हैं। लेकिन, हम राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते? रामजीलाल के बयान पर जमकर हंगामा हुआ।
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा कि भाजपा के लोगों का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। आखिर, बाबर को लाया कौन। इब्राहिम लोधी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा हिंदुस्तान में लाया था। अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो फिर तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। सुमन शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा पर बोल रहे थे।
हंगामे के बाद सुमन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सूर्यवंशी राजपूतों के सिसोदिया वंश के राणा सांगा 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे। हर कोई इतिहास के पन्नों को पलट रहा है। भाजपा नेताओं से पूछिए कि वे कौन से पन्ने पलट रहे हैं। वे किस बारे में बहस कर रहे हैं? वे औरंगजेब के बारे में बात करना चाहते हैं।