रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंची, जहां वो विधानसभा के रजत जयंती समारोह में शामिल हुईं। विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल रमेन डेका भी विधानसभा में उपस्थित रहे। विधानसभा में राष्ट्रपति ने रजत जयंती वर्ष के मौके पर अभिभाषण दिया।
उन्होंने सभी विधायकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ में कभी मार्श काल लागू नहीं हुआ। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी गीत का जिक्र अपने अभिभाषण में किया।
राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मिनीमाता का भी उल्लेख करते हुए कहा कि मिनीमाता ने 5 बार राज्य का प्रतिनिधित्व किया। इसके साथ ही विधानसभा में महिला विधायक चुनकर आने की बात कहते हुए छत्तीसगढ़ की तरक्की बात कही।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में आदिवासियों का भी उल्लेख करते हुए महिला और पुरुषों की संख्या में बराबरी की बात कही। उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में समावेशी विकास के लिए अनेक प्रयास हुए हैं, मैं उसकी सराहना करती हूं।
मुर्मू के अभिभाषण में खनिज, लोक कला, लोक परंपरा, इंद्रावती और शिवनाथ नदियों का भी उल्लेख रहा। इस दौरान उन्होंने राज्य के नीति निर्माता को पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन रखने की हिदायत भी विधानसभा में दी।
राष्ट्रपति ने सरकार की नक्सल उन्मूलन को लेकर की सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार के प्रयास से नक्सली और प्रभावित लोग समाज की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं।
राष्ट्रपति ने समाज सुधारक और शांति का संदेश देने वाले बाबा गुरु घासीदास को याद किया और समाजिक समरसता की बात कही। अभिभाषण के अंत में उन्होंने छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के बीच धार्मिक और प्रादेशिक जुड़ाव की बात कही।