इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर की सुरक्षित वापसी सुकून देने वाली खबर है। हाल के दशकों में अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित यह ऐसी विरल घटना है, जिसने साारी दुनिया को एकजुट कर दिया। भारतीय मूल की सुनीता और विलमोर पिछले साल जून में आईएसएस गए थे और उन्हें करीब हफ्ते भर बाद ही लौट आना था, लेकिन तकनीकी अड़चनों के कारण उन्हें नौ महीने वहां रहना पड़ा। उनके सामने अनंत आकाश था और अनिश्चित भविष्य। फिर भी, सुनीता विलियम्स और उनके साथी ने जिस धैर्य और उत्साह के साथ अंतरिक्ष में यह वक्त बिताया, वह अपने आपमें मिसाल है। वहां से आने वाली तस्वीरें और वीडियो में ये दोनों अंतरिक्ष यात्रा कभी भी परेशान नहीं दिखे। यह वाकई नासा के वैज्ञानिकों की बड़ी कामयाबी है, जिन्होंने धरती से एक नया यान भेजकर आईएसएस से सुनीता और विलमोर की वापसी सुनिश्चित की। इस पूरे अभियान ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में नया फलक खोल दिया है, जिससे निश्चित रूप से अंतरिक्ष से जुड़े रहस्यों को समझने में मदद मिलेगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि अंतरिक्ष के खुलते रहस्य वैज्ञानिक सोच का विस्तार करेंगे और हमें और अधिक मानवीय बनने में मदद करेंगे, जिसकी शायद आज दुनिया को सबसे अधिक जरूरत है।