गाजा में इजरायल ने एक बार फिर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं, जिससे हमास के साथ चल रहा नाजुक युद्धविराम टूट गया है। मंगलवार को हुए इन हमलों में कम से कम 330 फिलिस्तीनी मारे जाने की खबर है, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं।
हमास ने आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौते को खत्म कर दिया और बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। हमास का यह बयान इजरायली हमले के कुछ घंटे बाद आया है।
हमले गाजा के विभिन्न हिस्सों में किए गए, जिनमें दक्षिणी गाजा का खान यूनिस और राफा, उत्तरी गाजा सिटी और मध्य क्षेत्र डेर अल-बलाह शामिल हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी भी कई पीड़ित मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं।
हमास ने इन हमलों को इजरायल की ओर से युद्धविराम तोड़ने का एकतरफा फैसला करार दिया है। संगठन ने अपने बयान में कहा कि इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनकी सरकार ने युद्धविराम समझौते को तोड़ने का निर्णय लिया है, जिससे गाजा में कैदियों का भविष्य अनिश्चित हो गया है।
हमास ने अरब और इस्लामी देशों सहित दुनिया के सभी स्वतंत्र लोगों से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है। वहीं, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) समूह ने इजरायल पर युद्धविराम समझौते को विफल करने का आरोप लगाया है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि “अब तक 326 शहीद गाजा पट्टी के अस्पतालों में पहुंच चुके हैं और कई पीड़ित अभी भी मलबे के नीचे हैं”।