बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मेदारी, बच्चों-महिलाओं को किया रिहा
कराची। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां उग्रवादियों ने एक पूरी ट्रेन को अगवा कर लिया। यह घटना बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से करीब 100 किलोमीटर दूर बोलन स्टेशन पर हुई। बताया जा रहा है कि बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के उग्रवादियों ने हथियारों के दम पर ट्रेन पर कब्जा कर लिया, जिसमें सैकड़ों यात्री सवार थे।
बीएलए ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के छह जवानों को मार गिराया है। पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार ट्रेन सुबह 9 बजे क्वेटा से रवाना हुई थी। बताया जा रहा है ट्रेन की सभी 9 बोगियों में कुल 450 यात्री सवार थे। बलूच लिबरेशन आर्मी ने बच्चों, महिलाओं और बलूच नागरिकों को रिहा कर दिया है।
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने एक बयान में कहा, “क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर पेहरो कुनरी और गदलार के बीच भारी गोलीबारी की खबरें हैं।” रेलवे नियंत्रक मुहम्मद काशिफ ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि नौ डिब्बों वाली इस ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार हैं। ट्रेन को सुरंग संख्या 8 में हथियारबंद लोगों ने रोक लिया। यात्रियों और कर्मचारियों से संपर्क करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता डॉ. वसीम बेग के अनुसार, क्वेटा के सिविल अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। सभी कंसल्टेंट, डॉक्टर, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को अस्पताल में बुलाया गया है।
बीएलए की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी, जिसका मकसद बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य बनाना है। इस संगठन में फिलहाल लगभग 6,000 लड़ाके शामिल हैं।