- जम्मू-कश्मीर में मुफ्त जमीन आवंटन पर विवाद तेज, सरकार ने कहा नहीं है कोई जानकारी
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन को मुफ्त में जमीन दिए जाने का मामला गर्मा गया है। अब नई खबर सामने आ रही है कि मुरलीधरन कठुआ में लगने वाली औद्योगिक इकाई की योजना में बदलाव करते हुए इसे पुणे स्थानांतरित करने वाले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुथैया मुरलीधरन की कंपनी ‘सीलोन बेवरेजेस’ को कठुआ में बोतल रिफलिंग और एल्यूमीनियम केन निर्माण के लिए 25.75 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 1,600 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
डेकन हेराल्ड में प्रकाशिक खबर में बताया गया है कि आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि यह भूमि 64 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से आवंटित की गई थी, जिसका वार्षिक पट्टा 60,000 रुपये था, जिसका उद्देश्य मेसर्स सीलोन बेवरेज कैन प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना करना था, जो चेन्नई में पंजीकृत है और पहले से ही मैसूर में एक इकाई संचालित कर रही है।
यह भी सामने आया है कि सीलोन बेवरेज ने 6 मार्च 2025 को परियोजना से बाहर निकलने के लिए आवेदन किया है और अब वह पुणे में बॉटलिंग और कैन विनिर्माण संयंत्र स्थापित करेगी।
क्यों उठा विवाद
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के विधायक एम.वाई. तारिगामी और कांग्रेस विधायक दल के नेता जी.ए. मीर ने विधानसभा में सवाल किया कि एक विदेशी क्रिकेटर को बिना किसी कीमत के जमीन कैसे आवंटित कर दी गई? सरकार ने इस दावे को खारिज कर दिया। राज्य के मंत्री जावेद अहमद डार ने शनिवार को कहा कि सरकार के पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि एक पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर को केंद्र शासित प्रदेश में औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए मुफ्त जमीन दी गई है।
2021 में औद्योगिक विकास के लिए केंद्र सरकार ने उठाया था कदम
केंद्र सरकार ने 2021 में 28,400 करोड़ रुपये की नई औद्योगिक विकास योजना की घोषणा की थी, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में निवेश को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। हालांकि, यह योजना पिछले साल सितंबर में समाप्त हो गई। इसके बावजूद, कई निवेश प्रस्ताव अब भी लंबित हैं। सरकार को उम्मीद है कि केंद्र द्वारा प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी की जाएगी, जिससे औद्योगिक विकास को और गति मिलेगी।
क्या करती है मुरलीधरन की कंपनी
सीलोन बेवरेज कैन प्राइवेट लिमिटेड एक श्रीलंकाई कंपनी है, जिसकी स्थापना 2020 में मुरलीधरन द्वारा की गई थी। यह कंपनी मिनरल वाटर, एनर्जी ड्रिंक, सॉफ्ट ड्रिंक और फ्लेवर्ड मिल्क बनाने वाली कंपनियों को केन सप्लारई करती है।