- 2010 में छोड़ा भारत, सरेंडर करेंगे भारतीय पासपोर्ट
- 1.3 करोड़ रुपये खर्च कर मिलती है इस देश की नागरिकता
नई दिल्ली। वित्तीय अनियमितताओं, मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते भारत से फरार ललित मोदी ने अब वानुअतु की नागरिकता प्राप्त कर ली है। उनके कानूनी सलाहकार मेहबूब अबदी ने इसकी पुष्टि की है। ललित मोदी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और इंडियन प्रीमियर लीग के संस्थापक रह चुके हैं।
ललित मोदी 2010 में भारत छोड़कर लंदन चले गए थे, जहां से वे अब तक रह रहे थे। उनके खिलाफ भारत में कई गंभीर आरोप हैं। अब वानुअतु की नागरिकता लेने के बाद उनकी भारत वापसी और मुश्किल हो गई है। उनके वकील के अनुसार, ललित मोदी भारतीय पासपोर्ट को सरेंडर करने की प्रक्रिया में हैं और इसके लिए आवश्यक सभी औपचारिकताएं पूरी कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने भी की पुष्टि
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी पुष्टि की कि ललित मोदी ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा, “हम मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के तहत इसकी जांच कर रहे हैं और कानूनी रूप से उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।”
वानुअतु छोटा लेकिन अहम ठिकाना
वानुअतु दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित 80 से अधिक द्वीपों वाला एक देश है, जो 1980 तक फ्रांस और ब्रिटेन के नियंत्रण में था। अब यह एक स्वतंत्र राष्ट्र है और कई लोग इसे अपनी नई नागरिकता के लिए चुनते हैं। कैपिटल इन्वेस्टमेंट इमिग्रेशन प्लान के अनुसार 1 लाख 55 हजार अमेरिकी डॉलर खर्च कर वानुआतु की नागरिकता प्राप्त की जा सकती है। भारतीय रुपये में यह करीब 1.3 करोड़ रुपये है। इससे पहले भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी ने भी एंटीगुआ की नागरिकता लेकर कानून से बचने का प्रयास किया था।
सुष्मिता सेन से जुड़ चुका है नाम
2022 में ललित मोदी अभिनेत्री सुष्मिता सेन के साथ अपने कथित अफेयर को लेकर चर्चा में आए थे। तब दोनों की कई तस्वीरें वायरल हुई थीं, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी थी।