[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
गोवा नाइट क्लब का एक मालिक दिल्ली से गिरफ्तार, लूथरा ब्रदर्स की याचिका पर दिल्ली कोर्ट में आज सुनवाई
इंडिगो की 200 उड़ानों में कटौती, नहीं लगा जुर्माना
अब यूनियन बैंक ने भी अनिल अंबानी की RCOM और RTL के लोन खातों को फ्रॉड घोषित किया
श्री सीमेंट फैक्ट्री के खिलाफ उमड़े जन सैलाब से प्रशासन झुका, कलेक्टर ने जनसुनवाई की स्थगित
एम्‍स जाकर साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल से मिले सीएम साय
ग्राउंड रिपोर्टिंग: सिमट रहा एशिया के सबसे बड़े पशु मेला का वजूद
पांच साल में 65 लाख बच्चों ने स्कूल छोड़ा, आधी लड़कियां
रायपुर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुभाष धुप्पड़ का निधन
मद्रास हाईकोर्ट के सिटिंग जज के ख़िलाफ़ सौ से अधिक सांसदों का महाभियोग प्रस्ताव पेश
श्रम संहिताओं के खिलाफ देशव्यापी संघर्ष, फरवरी में आम हड़ताल ऐलान
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

आंध्र प्रदेश शराब घोटाले की चार्जशीट में चौंकाने वाला दावा, हर महीने ₹60 करोड़ की रिश्वत जगन तक पहुंची

दिनेश अकुला
दिनेश अकुला
Byदिनेश अकुला
Follow:
Published: July 23, 2025 7:59 PM
Last updated: July 23, 2025 9:45 PM
Share
Jagan Mohan Reddy
SHARE

अमरावती से thelens.in के लिए वरिष्ठ पत्रकार दिनेश आकुला की रिपोर्ट

दिनेश आकुला

अमरावती। आंध्र प्रदेश में वाईएस जगन मोहन रेड्डी एक बार फिर विवादों के बीच खड़े हैं। इस बार मामला एक बड़े शराब घोटाले का है, जिसकी चार्जशीट में उनके इर्द-गिर्द घूमती हुई एक पूरी कहानी दर्ज है। एक 305 पन्नों की रिपोर्ट बताती है कि उनके कार्यकाल में शराब कंपनियों से हर महीने करीब ₹60 करोड़ की वसूली होती थी। यह रकम शेल कंपनियों और वफादार लोगों से होकर सीधे जगन तक पहुंचती थी। केसिरेड्डी राजशेखर रेड्डी को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया है, जिनके जरिए पैसा इकट्ठा होता और फिर वरिष्ठ नेताओं विजय साई रेड्डी, मिथुन रेड्डी और बालाजी गोविंदप्पा के जरिए ऊपर भेजा जाता।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पूरी शराब नीति को इस तरह बदला गया था कि वसूली आसान हो सके। फाइलें अटकाकर, सिस्टम से ईमानदार अफसर हटाकर, अपने लोग बैठाकर और नकद या सोने में रिश्वत लेकर मंजूरियां दी जाती थीं। जिन कंपनियों ने पैसा देने से मना किया, उनकी मंजूरी लटकाकर रखी गई।

पिछले हफ्ते इस जांच ने बड़ा मोड़ लिया जब सांसद पीवी मिथुन रेड्डी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उनके साथ 11 और लोग जेल भेजे गए। इनमें जगन के पूर्व आईटी सलाहकार, मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी और एक सीमेंट कंपनी के डायरेक्टर भी शामिल हैं। ईडी ने भी इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू कर दी है। जांचकर्ताओं का कहना है कि इस रकम से विदेशों में जमीनें, सोना और महंगे सामान खरीदे गए और चुनाव अभियानों में भी खर्च किया गया।

यह पूरा मामला दिल्ली शराब घोटाले से मिलता-जुलता लगता है, जहां पहले गवाहों और सहयोगियों को दबोचा गया और फिर मुख्य चेहरे तक जांच पहुंची। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर पुख्ता सबूत न मिले तो गिरफ्तारी उलटी भी पड़ सकती है। कुछ का कहना है कि अगर जगन को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ना पड़ा, तो इसका राजनीतिक फायदा उन्हीं को होगा।

जगन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए एक्स पर लिखा कि यह टीडीपी की बनाई हुई कहानी है। उनका दावा है कि मिथुन रेड्डी की गिरफ्तारी गवाहों पर दबाव डालकर और बयान उगलवाकर की गई। वाईएसआरसीपी के नेताओं ने भी यही रुख अपनाते हुए कहा कि गवाहों से जबरन दस्तखत कराए गए। वहीं कांग्रेस के मणिकम टैगोर का आरोप है कि असली मास्टरमाइंड जगन और उनकी पत्नी भारती हैं, मिथुन रेड्डी केवल मोहरा हैं।

सूत्र बताते हैं कि एसआईटी जल्दी ही जगन को समन भेज सकती है। अगर वे सहयोग न करें या सबूत और मजबूत हो जाएं, तो गिरफ्तारी भी हो सकती है। वैसे भी जगन पहले जेल का सामना कर चुके हैं। 2012 में अनुपातहीन संपत्ति के मामले में एक साल से ज्यादा समय जेल में रह चुके हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि अब वो मुख्यमंत्री नहीं हैं, सत्ता उनके हाथ में नहीं है, ईडी उनके पीछे लगी है और उनके कई करीबी पहले ही जेल में हैं।

हालात कितने भी कठिन क्यों न दिखें, मामला पूरी तरह खत्म नहीं हुआ। राजनीति, कानून और जनता की राय अब तय करेगी कि कहानी किस मोड़ पर जाएगी। जैसे कांग्रेस नेता टैगोर ने कहा – असली सवाल यह नहीं कि अगला कौन गिरेगा, असली सवाल यह है कि इस लड़ाई का अंत किसके हक में होगा।

TAGGED:Andhra Liquor ScamAndhra SITBig_NewsJagan Mohan Reddy
Previous Article Justice Yashwant Varma जस्टिस वर्मा की सुनवाई से CJI ने खुद को क्यों किया अलग?
Next Article Vice President of India चंद्रचूड़, आरिफ, हरिवंश, मनोज या फिर नीतीश कौन बनेगा अगला उपराष्ट्रपति
Lens poster

Popular Posts

नान घोटाले में डॉ. आलोक शुक्ला होंगे गिरफ्तार, अनिल टुटेजा को फिर रिमांड में लेगी ईडी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान घोटाले में खाद्य विभाग के तात्कालीन सचिव और रिटायर्ड आईएएस डॉ.…

By दानिश अनवर

कांग्रेस का बड़ा खुलासा, विधायक मूणत और संपत का नाम 2-2 विधानसभा क्षेत्रों में, चुनाव आयोग की वेबसाइट से संपत का शपथ पत्र हटने का दावा

रायपुर। वोट चोरी (Vote Chori) को लेकर रायपुर में कांग्रेस ने दो विधायकों को लेकर…

By दानिश अनवर

साहित्य क्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समावेता युयुत्सव : सोशल मीडिया के युद्धक्षेत्र में साहित्यकारों की मोर्चाबंदी

देश भक्ति मेरा आखिरी आध्यात्मिक सहारा नहीं बन सकती। मेरा आखिरी आश्रय मानवता है। मैं…

By Editorial Board

You Might Also Like

parliament monsoon session 2025
देश

संसद का चौथा दिन भी हंगामे के साथ खत्म, राज्यसभा में 5 सांसदों की विदाई, दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित

By पूनम ऋतु सेन
BVP
देश

राष्ट्र निर्माण में भारत विकास परिषद की भूमिका अहम : अमित शाह

By अरुण पांडेय
Kashmir Encounter
देश

सेना-पुलिस ने बताया – तीन दिन में 2 ऑपरेशन में 6 आतंकवादी ढेर

By Lens News Network
Akhilesh Yadav vs Dhirendra Shastri
देश

धीरेंद्र शास्त्री कथा वाचन के लिए अंडर टेबल पैसे लेते हैं– अखिलेश, शास्त्री बोले – सियासी रोटियां सेंक रहे

By Lens News Network

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?