MP NEWS : मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की पुलिस ने ‘ऑपरेशन मुस्कान’ अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने कुल 73 लापता बच्चों को सुरक्षित बचाया है, जिनमें 53 नाबालिग लड़कियां शामिल हैं। यह अभियान गृह मंत्रालय के दिशानिर्देश पर चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य लापता बच्चों की तलाश और उनके परिवारों से मिलाना सुनिश्चित करना है। जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि यह कार्रवाई 1 से 31 जनवरी 2025 तक चली, जिसमें स्थानीय स्तर पर सतर्कता, सोशल मीडिया और तकनीकी सहायता का उपयोग किया गया।
कैसे मिली सफलता
‘ऑपरेशन मुस्कान’ एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है जो लापता बच्चों को ट्रेस करने और उनकी सुरक्षा के लिए शुरू किया गया है। जबलपुर में इस अभियान के दौरान पुलिस ने विभिन्न जिलों और पड़ोसी राज्यों में फैले नेटवर्क का सहारा लिया। रेस्क्यू किये बच्चों में ज्यादातर नाबालिग लड़कियां थीं, जो मानव तस्करी, घर से भागने या अन्य कारणों से लापता हो गई थीं। SP जबलपुर ने कहा ‘हमने 73 मामलों को सुलझाया, जिसमें 53 लड़कियों को उनके परिवारों से जोड़ा गया।
रेस्क्यू किये बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (CWC) के हवाले किया गया है, जहां उनकी काउंसलिंग और पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है।
‘मुस्कान’ अभियान क्या है?
‘ऑपरेशन मुस्कान’ को गृह मंत्रालय ने 2015 में लॉन्च किया था, जो ‘ऑपरेशन स्माइल’ का विस्तार है। इसका फोकस लापता बच्चों की तलाश, बचाव और पुनर्वास पर है। मध्य प्रदेश सहित कई राज्य जैसे छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली में यह अभियान नियमित रूप से चलाया जाता है। जनवरी महीना विशेष रूप से ‘मुस्कान’ का चुना जाता है, क्योंकि सर्दी के मौसम में बच्चों के लापता होने के मामले बढ़ जाते हैं।
मध्य प्रदेश में इस साल जनवरी में राज्यभर में सैकड़ों बच्चों का रेस्क्यू किए जा चुके हैं और जबलपुर का यह आंकड़ा सबसे ऊपर है। अभियान में पुलिस, एनजीओ और सोशल मीडिया की मदद ली जाती है, जिससे ट्रेसिंग तेज होती है।

