मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर Vikram Bhatt को रविवार दोपहर मुंबई पुलिस और राजस्थान पुलिस की संयुक्त टीम ने अंधेरी वेस्ट के यारी रोड स्थित गंगा भवन अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया। यह फ्लैट उनकी साली का है, जहां वे पिछले कुछ दिनों से रह रहे थे। उन पर उदयपुर के बड़े व्यापारी और इंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक डॉ. अजय मुर्डिया से 30 करोड़ रुपए की ठगी का गंभीर आरोप है।
मामला अप्रैल 2024 का है जब एक इवेंट में डॉ. मुर्डिया की मुलाकात मध्यस्थ दिनेश कटारिया से हुई। दिनेश ने उन्हें अपनी पत्नी श्वेतांबरी मुर्डिया की बायोपिक बनाने का लालच दिया और मुंबई के वृंदावन स्टूडियो में विक्रम भट्ट से मिलवाया। विक्रम भट्ट ने खुद फिल्म बनाने की जिम्मेदारी ली और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट की फर्म VSB LLP को पार्टनर बनाया। ‘बायोनिक’ और ‘महाराणा’ नाम की दो फिल्मों के लिए 40 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट साइन हुआ। मई-जुलाई 2024 के बीच डॉ. मुर्डिया ने 2.5 करोड़, फिर 7 करोड़ और बाद में कई किस्तों में कुल 30 करोड़ ट्रांसफर किए।
जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई कि जिन वेंडर्स को पेमेंट दिखाई गई, वे फर्जी निकले। कोई पुताई करने वाला था, कोई ऑटो रिक्शा चलाता था। सारी रकम पहले इंदिरा एंटरटेनमेंट LLP के खाते में जाती और फिर सीधे श्वेतांबरी भट्ट के निजी खाते में ट्रांसफर हो जाती थी। जब डॉ. मुर्डिया ने प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस पूछी तो टालमटोल शुरू हो गया, जिसके बाद 17 नवंबर को उन्होंने उदयपुर में विक्रम भट्ट समेत 8 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR दर्ज कराई।
पिछले हफ्ते उदयपुर पुलिस ने विक्रम भट्ट, उनकी पत्नी श्वेतांबरी और बाकी आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। विक्रम भट्ट ने मीडिया से कहा था कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला और यह पूरी तरह गलतफहमी है, उनके पास सारे कॉन्ट्रैक्ट और ईमेल हैं। अब राजस्थान पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर उदयपुर ले जाएगी, जहां आगे की पूछताछ और कानूनी कार्रवाई होगी।

