त्वरित टिप्पणी
नई दिल्ली। यह महान विजय है। यह जीत अमनजोत की लारा वुल्फर्ट के लिए गए उस कैच की तरह है जो बार बार छिटक कर अंततः हाथ में आ जाता है। यह जीत देश की हर महिला की जीत है। यकीनन यह मिताली राज और झूलन गोस्वामी द्वारा रखी गई मजबूत नींव पर खड़ी की गई जीत है।
यह नफरत से भरे पुरुष समाज में पूरे पॉवर के साथ रखी गई नजीर है। यह जीत क्रिकेट को बदलेगी, देश को बदलेगी, महिलाओं के हालात को बदलेगी इसकी पूरी उम्मीद है। इस मैच से पहले हम नहीं जानते थे कि हमारे देश में शेफाली वर्मा भी है हरमन भी है, डेथ ओवर में बोलिंग कर रही दीप्ति शर्मा भी है। जेमिमा भी है जिसने अपनी शानदार पारी से भारत को फाइनल में पहुंचाया।
कर्नाटक की महिला क्रिकेटर आकांक्षा ने 2017 में एक इंटरव्यू में महिला क्रिकेट टीम की सच्चाइयों को बयान करते हुए कहा था कि ‘मैं ऐसी कई लड़कियों को जानती हूं जो अपना महंगाई भत्ता खर्च नहीं करतीं। वे भरपेट खाना नहीं खातीं – उन्हें खाना ही पड़ता है, इन हालातों में 50 ओवर का मैच खेलना आसान नहीं है – कहती हैं कि मुझे पैसे बचाने हैं, मुझे अपने परिवार की मदद करनी है। वे नए सिरे से नहीं खेलतीं, वे तनाव में रहती हैं, प्रदर्शन का दबाव रहता है, प्लेइंग इलेवन के बारे में सोचती हैं, परिवार के बारे में सोचती हैं, 500 रुपये बचाने के बारे में सोचती हैं।’
यह ऐसी ही बहादुर महिलाओं की जीत है वह मैदान में भी लड़ती हैं मैदान के बाहर भी। वह खेल में असमानता से भी लड़ती है विज्ञापनदाताओं के दुराव से भी। उनके अफसोस भी पुरुषों से ज्यादा हैं। दीप्ति ने 36वें ओवर में कैच छोड़ा तो उसके बाद से लगातार उदास रही। हरमन पूरे मैच में बॉलर्स को रोटेट करती रही और मन ही मान न जाने कौन सा मंत्र पढ़ती रही। मैदान के सुदूर छोर पर चौके को रोक पाने में असमर्थ रही रेणुका ठाकुर का अफसोस यूं था, मानो देश से सभी महिलाओं से क्षमा मांग रही हों।
2020 में सलामी बल्लेबाज स्मृति संधाना ने कहा था ‘हमें यह समझना होगा कि हमें जो राजस्व मिलता है, वह पुरुष क्रिकेट से आता है। जिस दिन महिला क्रिकेट से राजस्व मिलने लगेगा, मैं सबसे पहले यही कहूंगी कि हमें भी इसकी जरूरत है। लेकिन अभी हम ऐसा नहीं कह सकते। अभी हमारा ध्यान सिर्फ भारत के लिए मैच जीतना, दर्शकों को आकर्षित करना और राजस्व कमाना है। इसके लिए हमें अच्छा प्रदर्शन करना होगा।’
लो कर दिया तुमने ऐतिहासिक प्रदर्शन। मांग लो जो मांगना है।
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