नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
हरियाणा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां ड्यूटी पर देर से पहुंचने वाली महिला सफाई कर्मचारियों को कथित तौर पर यह साबित करने के लिए कपड़े उतारने और अपने निजी अंगों की तस्वीरें लेने के लिए कहा गया कि वे मासिक धर्म से गुजर रही हैं।
रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में 26 अक्टूबर को हुई यह घटना गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद सामने आई। विश्वविद्यालय के तीन अधिकारियों, जिनमें से दो पुरुष हैं, के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एक ने दावा किया है कि उसे “दूर से घटनास्थल पर हँसने” के लिए झूठा फंसाया गया है। शुक्रवार देर रात तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। विश्वविद्यालय ने एक पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया है और एक जाँच समिति गठित की है।
हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी आरोपों को “बेहद परेशान करने वाला” बताते हुए रिपोर्ट माँगी है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू), रोहतक एक सरकारी विश्वविद्यालय है। यह हरियाणा सरकार द्वारा स्थापित किया गया है।

