नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने शुक्रवार को कहा कि इस वर्ष मई में पाकिस्तान के खिलाफ चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी है और ऑपरेशन के समापन की घोषणा उचित समय पर की जाएगी। सेना प्रमुख शुक्रवार को वायु सेना के विमान से अपने गृहक्षेत्र रीवा पहुंचे थे। जहां बावर्दी उनका टीका लगाकर भगवा वस्त्र और फूलों से स्वागत किया गया। गौरतलब है कि टीका लगाना सेना के ड्रेस कोड में वर्जित है।
सेना प्रमुख ने कहा, “भारतीय सशस्त्र बल ऑपरेशन सिंदूर 2.0 के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जब तीन घनिष्ठ मित्र (एयर मार्शल एपी सिंह, नौसेना प्रमुख त्रिपाठी और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी) सेना का नेतृत्व कर रहे हों, तो हमें कोई नहीं हरा सकता।”
देश में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर सेना प्रमुख ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को उचित समय पर रोक दिया जाएगा। मध्य प्रदेश के रीवा ज़िले में सैनिक स्कूल के दौरे के दौरान उन्होंने कहा, “हम ऑपरेशन सिंदूर 2.0 के लिए तैयार हैं और अगर पाकिस्तान कोई कायराना हरकत करता है, तो हम उसे करारा जवाब देंगे।”
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी, जो रीवा के सैनिक स्कूल में जनरल द्विवेदी के सहपाठी थे, भी ‘एकता दिवस’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उनके साथ शामिल हुए।
सैनिक स्कूल से जुड़ी अपनी यादें साझा करते हुए जनरल द्विवेदी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “जब भी मैं यहां आता हूं, तो ऐसा लगता है जैसे मैं अभी भी एक छोटा बच्चा हूं, बिल्कुल वैसा ही जैसा तब था जब मैं पहली बार इस स्कूल में दाखिल हुआ था। यहां हालात बदल गए हैं, लेकिन देश सेवा का दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता अब भी वही है।”
इस बीच, नौसेना प्रमुख बनने के बाद पहली बार रीवा सैनिक स्कूल आए एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि उनके पास अपने स्कूल के दिनों की ढेर सारी यादें हैं। एडमिरल त्रिपाठी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “मैं छात्रों और सभी युवाओं को सलाह दूँगा कि वे कड़ी मेहनत करें और बाकी सब ईश्वर पर छोड़ दें। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता।”
गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, जिन्होंने 1970 के दशक की शुरुआत में एक साथ पढ़ाई की थी, अब क्रमशः भारतीय थलसेना और नौसेना का नेतृत्व कर रहे हैं। सहपाठी से लेकर सेना प्रमुख बनने तक का उनका उल्लेखनीय सफर उनके समर्पण और उन्हें मिले प्रशिक्षण का प्रमाण है।
1970 के दशक में उपेंद्र द्विवेदी और दिनेश त्रिपाठी सैनिक स्कूल रीवा में कक्षा 5A में नामांकित थे। उन्हें क्रमशः रोल नंबर 931 और 938 दिए गए थे। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में प्रवेश के लिए युवा लड़कों को तैयार करने के उद्देश्य से स्थापित इस स्कूल का भविष्य के सैन्य नेताओं को तैयार करने का गौरवशाली इतिहास रहा है।

