रायपुर। छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) आज से शुरू हो गया। एसआईआर के लिए आज से 3 नवंबर तक मुद्रण और प्रशिक्षण का काम शुरू हुआ। 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक घर घर जाकर गणना शुरू किया जाएगा। 9 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
SIR को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) यशवंत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस ली। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यशवंत कुमार ने कहा कि एसआईआर शुरू होने से पहले तैयारियों के तहत 2003 की मतदाता सूची से मिलान का काम पूरा हो गया है।
अब तक की तैयारियों के आधार पर छत्तीसगढ़ के सीईओ ने दावा किया कि 95 प्रतिशत लोगों को छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह का दस्तावेज नहीं देना होगा। 2003 के मतदाता सूची के आधार पर ही 95 फीसदी मतदाता का नाम मतदाता सूची में शामिल कर लिया जाएगा।
सीईओ ने बताया कि जिन लोगों को दस्तावेज देने होंगे, उन्हें 13 दस्तावेज देने होंगे। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर घर जाकर सर्वे पूरा करने और मसौदा मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद 9 दिसंबर से दावा आपत्ति का काम शुरू किया जाएगा।
सीईओ ने बताया कि 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्ति की जाएगी। 9 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक सुनवाई और सत्यापन के लिए नोटिस का चरण शुरू होगा। 7 फरवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
इन 13 दस्तावेजों से होगा एसआईआर
- केंद्र और राज्य सरकार का पेंशनभोगी का भुगतान आदेश और पब्लिक सेक्टर यूनिट (PSU) की आईडी
- 1 जुलाई 1987 से पूर्व भारत में किसी भी सरकारी/स्थानीय निकाय/बैंक/डाकघर/एलआईसी/पीएसयू द्वारा जारी जारी पहचान पत्र
- सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी जन्म प्रमाणपत्र
- पासपोर्ट
- मान्यता प्राप्त बोर्ड और यूनिवर्सिटी द्वारा जारी मैट्रिकुलेशन या शैक्षणिक प्रमाणपत्र
- सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी स्थायी निवासी प्रमाणपत्र
- वन अधिकारी प्रमाणपत्र
- सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी OBC/SC/ST या अन्य जाति प्रमाण पत्र
- राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) जहां लागू हो
- राज्य और स्थानीय प्राधिकरण द्वारा तैयार परिवार रजिस्टर
- सरकार द्वारा जारी भूमि और मकान आवंटन प्रमाणपत्र
- आधार से संबंधित मामलों में आयोग के पत्र
- 1 जुलाई 2025 में बिहार एसआईआर की निर्वाचक नामावली उद्धरण

