तमिलनाडु के करूर में एक महीने पहले हुई भगदड़ (Karur Stampede)की घटना ने फिर से सुर्खियों में है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में एफआईआर दोबारा दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। उधर, अभिनेता और तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) पार्टी के संस्थापक विजय 27 अक्टूबर को महाबलीपुरम में हादसे के शिकार 41 परिवारों से निजी तौर पर मिलेंगे। यह मुलाकात पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी, जिसमें न तो मीडिया आएगा और न ही पार्टी के कार्यकर्ता।
सीबीआई की कार्रवाई, जांच का नया दौर शुरू
27 सितंबर को करूर में टीवीके की रैली के दौरान अचानक भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 41 लोगों की जान चली गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। स्थानीय पुलिस ने शुरुआती एफआईआर दर्ज की थी लेकिन अब सीबीआई ने इसे दोबारा रजिस्टर कर लिया है। जांच एजेंसी अब घटना के हर पहलू की पड़ताल करेगी, जिसमें सुरक्षा इंतजामों की कमी और भीड़ प्रबंधन पर खास नजर रहेगी।
विजय की महाबलीपुरम में मीटिंग
हादसे के ठीक एक महीने बाद विजय पीड़ितों के घावों को मरहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी पार्टी ने महाबलीपुरम के एक लग्जरी रिसॉर्ट में करीब 50 कमरे बुक किए हैं। यहां विजय हर परिवार से अलग-अलग मिलकर सांत्वना देंगे। एक पीड़ित परिवार के सदस्य ने बताया “पार्टी ने हमारे लिए बस की व्यवस्था की है। हम कई लोग महाबलीपुरम जा रहे हैं। यह हमारे लिए सांत्वना का पल होगा।”लेकिन यह फैसला सोशल मीडिया पर बहस का विषय बन गया है। कुछ लोग कह रहें हैं कि विजय को खुद करूर पहुंचना चाहिए था, ताकि स्थानीय स्तर पर सहानुभूति दिखे। पार्टी का पक्ष है कि प्रशासन ने करूर जाने की इजाजत नहीं दी, इसलिए यह वैकल्पिक तरीका अपनाया गया।

