रायपुर। तिल्दा में अल्ट्राटेक बैकुंठ सेंचुरी सीमेंट प्लांट (Ultratech Century Cement) में चल रही मजदूरों की हड़ताल अब तक जारी है। मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि नया मैनेजमेंट श्रमिक विरोधी रवैया अपना रहा है और बिना किसी नोटिस के 150 मजदूरों को नौकरी से निकाल दिया गया है।
आंदोलन को लीड कर रहे श्रमिक नेताओं ने कहा कि प्रबंधन मजदूरों के साथ अन्याय कर रहा है। पहले का प्रबंधनन सही था, लेकिन नए प्रबंधन ने खुद कंपनी का गेट बंद कर दिया और कहा कि कंपनी घाटे में है, इसलिए मजदूरों की अब ज़रूरत नहीं है।
फैक्ट्री के मजदूरों ने अपनी चार प्रमुख मांगें रखी हैं।
इसमें पहली मांग श्रमिक प्रतिनिधियों का निलंबन वापस लेने, 150 मजदूरों को बिना शर्त काम पर वापस रखने, पूर्व की बकाया बोनस राशि तुरंत बहाल करने और मजदूरों पर दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग रखी है।
इस आंदोलन की वजह से प्लांट का उत्पादन लगभग ठप हो गया है। मजदूरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।
इस बीच 17 अक्टूबर को श्रमिकों ने रैली भी निकाली थी।
अल्ट्राटेक सीमेंट बैकुंठ सीमेंट वर्क्स में श्रमिकों ने मेनेजमेंट एवं श्रमिकों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए सुंदरकांड पाठ किया गया। ताकि प्रबंधक एवं श्रमिकों की हड़ताल में चर्चा बातचीत के द्वारा समस्याओं एवं मांगों पर समाधान निकला जा सके।

