नई दिल्ली. कर्नाटक के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग ने आरएसएस के कार्यक्रम (RSS PROGRAM)में भाग लेने की वजह से एक अधिकारी को स्पेंड कर दिया। सिरवार तालुक में तैनात पंचायत विकास अधिकारी (पीडीओ) प्रवीण कुमार को 12 अक्टूबर को कर्नाटक के रायचूर जिले के लिंगसागुर में आरएसएस के एक कार्यक्रम में कथित तौर पर संगठन की वर्दी पहनकर भाग लेने के लिए निलंबित कर दिया।
आरडीपीआर विभाग की आयुक्त अरुंधति चंद्रशेखर ने निलंबन आदेश जारी करते हुए कहा कि श्री कुमार ने आरएसएस के कार्यक्रम में भाग लेकर सेवा नियमों का उल्लंघन किया है।कुमार की गणवेश और लाठी पकड़े हुए तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई हैं।
निलंबित पीडीओ को विभागीय जांच का सामना करना पड़ सकता है।16 अक्टूबर को, कर्नाटक मंत्रिमंडल ने सार्वजनिक स्थानों पर आरएसएस जैसे निजी संगठनों की गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के लिए नियम बनाने का फैसला किया । यह फैसला आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 12 अक्टूबर को पूरे कर्नाटक में आयोजित कार्यक्रमों और रूट मार्च के बाद आया है, जिनमें बेंगलुरु में 100 मार्च भी शामिल हैं।
इसके पहले आईटी-बीटी और ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सरकारी संस्थानों और सार्वजनिक स्थानों के परिसरों में ऐसी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
श्री खड़गे ने सरकारी कर्मचारियों के लिए मौजूदा आचरण नियमों को सख्ती से लागू करने की भी मांग की थी, जो उन्हें ऐसी गतिविधियों में भाग लेने से रोकते हैं। भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने पीडीओ के निलंबन को ‘धमकाने की रणनीति’ बताया है।

