नई दिल्ली -बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच land for job यानि जमीन के बदले में नौकरी के मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं राऊज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं अब इन लोगों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा चलेगा। गौरतलब है कि तेजस्वी यादव आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम पद के दावेदार हैं।
व्हील चेयर पर कोर्ट पहुंचे लालू यादव
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव कोर्ट में पेश होने के लिए व्हील चेयर पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, प्रेमचंद गुप्ता थे। वह रविवार (12 अक्टूबर) को ही कोर्ट में पेश होने के लिए दिल्ली पहुंच गए थे। लालू और तेजस्वी यादव दिल्ली में मीसा भारती के पंडारा पार्क स्थित आवास पर ठहरे हुए हैं।
क्या है जॉब फॉर लैंड केस?
लालू यादव जब साल 2004 से 2009 के बीच केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे, सीबीआई का आरोप है कि उस समय रेलवे की ग्रुप डी नौकरियों के बदले कैंडिडेट्स से उनकी जमीन को कम कीमतों पर लालू फैमिली के नाम पर करवा दिया गया था। इस मामले में सीबीआई ने मई 2022 में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, लालू की बेटी मीसा भारती समेत 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। जांच एजेंसी ने दावा किया कि पटना में कई जमीनें लालू फैमिली के सदस्यों और उनके करीबियों के नाम पर ट्रांसफर की गई थी।
आईआरसीटीसी और लैंड फॉर जॉब केस में कौन-कौन आरोपी?
IRCTC घोटाले में लालू यादव, राबड़ी यादव, तेजस्वी यादव, विनय कोचर, विजय कोचर, सरला गुप्ता, लारा प्रॉजेक्ट और प्रेम चंद गुप्ता आरोपी हैं, जबकि लैंड फॉर जॉब केस में लालू यादव, राबड़ी यादव, तेजस्वी, मीसा भारती, तेज प्रताप, हेमा यादव समेत अन्य आरोपी हैं।

