Cm Sai on Conference: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर में आयोजित कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) की महत्वपूर्ण बैठक में कानून-व्यवस्था को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अपराधों, खासकर धर्मांतरण की घटनाओं पर चिंता जताई और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम ने साफ कहा कि छोटे-मोटे अपराधों को अगर समय रहते काबू न किया गया, तो वे बड़े खतरे में बदल सकते हैं। बैठक में गृह मंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे, जहां कुछ जिलों के एसपी पर नाराजगी भी खुलकर सामने आई।
‘पुलिस का खौफ क्यों नहीं बन पा रहा?’ – सीएम साय
कानून-व्यवस्था को लेकर सीएम की नाराजगी खास जिलों तक सीमित रही। कोरबा, राजनांदगांव और धमतरी के एसपी को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि इन इलाकों में अपराधों पर काबू पाने में देरी हो रही है। ‘ गुंडागर्दी क्यों थम नहीं रही? पुलिस का खौफ क्यों नहीं बन पा रहा?’ सीएम के ये सवाल अधिकारियों के लिए चुनौती बने। बिलासपुर रेंज में सुधार की तारीफ तो की लेकिन संतुष्टि न जताने की हिदायत दी।
गृह मंत्री और महासमुंद एसपी के बीच तीखी बहस
बैठक का एक रोचक मोड़ तब आया जब गृह मंत्री विजय शर्मा और महासमुंद के एसपी आशुतोष सिंह के बीच बहस हो गई। मंत्री ने चालानों में देरी पर सवाल उठाया, ‘ 60 दिनों के अंदर चालान क्यों नहीं पेश हो रहे?’ एसपी के जवाब से असंतुष्ट उपमुख्यमंत्री ने टिप्पणी की ‘क्या महासमुंद छत्तीसगढ़ से बाहर है? यहां के नियम सबके लिए बराबर हैं।’
मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कमर कस लें। इस पर उन्होंने कहा ‘ प्रदेश में शांति ही हमारा लक्ष्य है। किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं चलेगी।’

