[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
सबरीमाला सोना गबन मामला: मंदिर के नौ अधिकारियों पर कार्रवाई
डिप्टी एसपी की पत्‍नी के भाई को पीट पीटकर मार डाला
मस्जिद में घुसकर मौलाना की पत्नी और दो मासूम बेटियों की दिनदहाड़े हत्या, तालिबानी विदेश मंत्री से मिलने गए थे मौलाना
तेजस्वी के खिलाफ लड़ सकते हैं पीके, खुला चैलेंज
तालिबान की प्रेस कॉन्‍फेंस से भारत सरकार ने झाड़ा पल्‍ला, महिला पत्रकारों की एंट्री बैन पर मचा हंगामा
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

यूपी में दलित की हत्याः सिर शर्म से झुका देने वाली घटना

Editorial Board
Last updated: October 6, 2025 8:50 pm
Editorial Board
Share
Raebareli mob lynching
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में कथित रूप से मानसिक रूप से बीमार एक दलित युवक हरिओम की भीड़ द्वारा की गई हत्या ने हमारी सामूहिक चेतना को झकझोर कर रख दिया है। हरिओम शहर के दूसरे हिस्से में सफाई कर्मी के रूप में काम करने वाली अपनी पत्नी से मिलने जा रहे थे, और तभी कुछ लोगों को उनके चोर होने पर शक हुआ और फिर भीड़ उन पर बर्बरता से टूट पड़ी।

उनके साथ हुई ज्यादती के वीडियो वायरल होने पर ही इस घटना के बारे में पता चल सका, वरना उनकी कहानी भी उत्पीड़न का शिकार होने वाले अनेक दलितों की तरह कहीं दफन हो जाती। यह सिर्फ अफवाहों और शक के आधार पर किया गया एक अपराध भर नहीं है, बल्कि यह पिछले कुछ बरसों में नफरत की जो बुनियाद तैयार की गई है, उसका नतीजा भी है।

यह घटना देश में और देश के सबसे बड़े सूब में दलितों की दयनीय स्थिति को भी सामने लाती है, जिन्हें आज भी उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। वायरल वीडियो में एक युवक हरिओम की गर्दन पर अपने पैर रखे नजर आ रहा है, उसने कुछ बरस पूर्व अमेरिका में एक अश्वेत जॉर्ज फ्लायड के साथ हुई बर्बरता की याद दिला दी है, जिन्हें उनकी गर्दन को एक अमेरिकी पुलिस वाले ने अपने घुटनों से दबाकर मार डाला था!

जाहिर है, यह कोई आइसोलोशन में हुई घटना नहीं है, बल्कि यह एक पैटर्न है और जब मौका मिलता है, दलितों को निशाना बनाने से गुरेज नहीं किया जाता। इस घटना के बाद पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन हरिओम के साथ जिस तरह की ज्यादती की गई, उसे समझने की जरूरत है।

बेशक किसी एक घटना से किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता, लेकिन जब कानून को अपने हाथ में लेने वालों में दंडित होने का भय नहीं होता, तो वह किसी भी हद तक जाने से गुरेज नहीं करते!

इस घटना के बाद छाई आपराधिक चुप्पी ने सरकार की नीयत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्मादी लोगों से घिरे हरिओम का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वह बेबसी में रायबरेली के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को याद कर रहे हैं, और भीड़ इससे और भड़क जा रही है। आखिर इतनी नफरत आती कहां से है?

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने त्वरित न्याय के लिए ‘बुलडोजर न्याय’ जैसे असंवैधानिक उपाय कर रखे हैं। हम बुलडोजर न्याय के समर्थक नहीं है, हमारा साफ मानना है कि न्याय कानून के दायरे में होना चाहिए और किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।

यह समझने की भी जरूरत है कि सिर्फ गिरफ्तारियां न्याय की गारंटी नहीं हैं, बल्कि न्याय की अंतिम परिणति अदालत में तय होती हैं। दरअसल राज्य सरकार की यह जहावदेही तो बनती ही है कि वह खुद से सवाल करे कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि रायबरेली में लोगों ने सिर्फ शक के आधार पर न केवल कानून को अपने हाथ में ले लिया, बल्कि मध्ययुगीन बर्बरता के साथ एक निर्दोष दलित युवक को तालिबानी न्याय सुनाते हुए मार डाला! किसी भी सभ्य समाज में यह स्वीकार्य नहीं है।

यह भी देखें : संघ के सौ साल, कितनी बदली चाल

TAGGED:Dalit murdered in UPEditorialRaebareli mob lynching
Previous Article Eli Lilly investment in India अमेरिकी दवा कंपनी Eli Lilly भारत में करने जा रही भारी भरकम निवेश, हैदराबाद में लगेगी यूनिट
Next Article Indian mutual fund market भारत के म्यूचुअल फंड मार्केट में संभावना तलाश रही ये अमेरिकी कंपनी, भारतीय अधिकारी को बनाया सलाहकार
Lens poster

Popular Posts

संसदीय कार्य मंत्री ने बांटे चिरकुट अवार्ड, सांसदों ने अपनी पीठ थपथपाई

नई दिल्ली। देश के 17 सांसदों को मिला कथित 'संसद रत्न पुरस्कार-2025' विवादों में है।…

By The Lens Desk

छत्तीसगढ़ फार्मेसी काउंसिल में भ्रष्टाचार : रजिस्ट्रेशन के नाम पर रिश्वतखोरी, स्वास्थ्य सचिव ने जांच के आदेश दिए

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य फार्मेसी काउंसिल (Chhattisgarh State Pharmacy Council) में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे…

By पूनम ऋतु सेन

ननकी राम कंवर को किया गया हाउस अरेस्ट, धरना देने से रोकने की कोशिशें जारी, बेटा भी मनाने पहुंचा, देखें वीडियो…

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ननकी राम कंवर (Nanki Ram…

By दानिश अनवर

You Might Also Like

basic military training
English

Assault on innocence

By Editorial Board
Nanki Ram Kanwar
लेंस संपादकीय

ननकी राम के साथ हाउस अरेस्ट लोकतांत्रिक उम्मीदें भी

By Editorial Board
NCRB Report 2023
English

Rail accidents: contempt for the poor

By Editorial Board
The Lens
English

Treading The Golden Mean

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?