नई दिल्ली – हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ता Sonam Wangchuck ने जोधपुर सेंट्रल जेल से एक संदेश भेजा है, जहां वह राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत बंद हैं , उन्होंने कहा कि वह लद्दाख में हाल ही में हुई हत्याओं की स्वतंत्र न्यायिक जांच के आदेश दिए जाने तक हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं।
वांगचुक के वकील मुस्तफा हाजी और उनके बड़े भाई का त्सेतन दोरजे ले ने शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और लद्दाख तथा देश के बाकी हिस्सों के लोगों तक उनकी बातें पहुंचाईं। इसके पहले उनकी पत्नी गीतांजलि उनकी जमानत को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं।
वांगचुक ने कहा मैं ठीक
वांगचुक ने जेल से भेजे अपने बयान में कहा, “मैं शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से ठीक हूँ और सभी की चिंता और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद।” लेह में हाल ही में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “मेरी हार्दिक संवेदना उन लोगों के परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनी जान गंवाई और मेरी प्रार्थनाएँ उन लोगों के साथ हैं जो घायल हुए हैं और गिरफ्तार हुए हैं।”
स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग
स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग करते हुए सोनम ने कहा, ” हमारे चार लोगों की हत्या की स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए और जब तक ऐसा नहीं होता, मैं जेल में रहने के लिए तैयार हूं।”