PM MODI IN BIHAR: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कौशल दीक्षा समारोह में युवाओं के भविष्य को मजबूत बनाने के लिए 62,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं की शुरुआत की। यह कार्यक्रम बिहार के नौजवानों को रोजगार के नए रास्ते खोलेगा। पीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए विपक्ष पर तीखा प्रहार किया और कहा कि पुरानी व्यवस्था ने राज्य को बर्बाद कर दिया था।
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में स्थानीय प्रतिभा को निखारना जरूरी है। इसी कड़ी में आज दो बड़ी योजनाओं की शुरुआत हुई। सबसे पहले पीएम सेतु योजना लॉन्च की गई जो देशभर के 1,000 से ज्यादा आईटीआई को आधुनिक बनाएगी। यहां नई मशीनें लगेंगी, विशेषज्ञ ट्रेनिंग देंगे और कोर्स भी अपडेट होंगे। इससे युवा बाजार की मांग के मुताबिक तैयार होंगे। इसके अलावा, 1,200 स्किल लैब का उद्घाटन भी हुआ जो व्यावहारिक प्रशिक्षण का केंद्र बनेगी। पीएम ने बताया कि मोदी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद 5,000 नई आईटीआई बनाई हैं ताकि कौशल विकास हर कोने तक पहुंचे। बिहार में खासतौर पर स्किल ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई जिसका नाम भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर रखा गया।
IIT पटना का विस्तार, NIT बिहटा का उद्घाटन, स्कॉलरशिप राशि 1,800 से बढ़ाकर 3,600 रुपये करना और स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लोन को मुफ्त बनाना जैसे फैसले महत्वपूर्ण है।पीएम ने जोर देकर कहा कि हर गांव में अब एक स्कूल है। नीतीश सरकार ने 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया और 10 लाख को नौकरी का मौका। आने वाले समय में यह संख्या दोगुनी होगी। आज हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए। इससे पहले महिलाओं के लिए रोजगार योजनाओं की शुरुआत हुई थी।
विपक्ष पर तीखा हमला – ‘पेड़ की जड़ों में कीड़ा’ वाली पुरानी व्यवस्था
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दो दशक पहले बिहार की शिक्षा व्यवस्था जर्जर थी। स्कूल न खुलते थे, न भर्तियां होतीं। लाखों बच्चे मजबूरी में दिल्ली, मुंबई या बनारस भागते थे, जिससे पलायन की समस्या जन्मी। आरजेडी के ‘कुशासन’ ने राज्य को ‘कीड़े लगे पेड़’ की तरह बर्बाद कर दिया था। लेकिन NDA सरकार ने इसे फिर से हरा-भरा किया है।
पीएम ने कर्पूरी ठाकुर को सच्चा जननायक बताते हुए कहा कि उन्हें सोशल मीडिया की ट्रोल आर्मी ने नहीं, बल्कि बिहार की जनता ने बनाया। उन्होंने बिहारवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी और कहा “कुछ लोग अब जननायक का पद भी चुराने की कोशिश कर रहे हैं। यह सिर्फ कर्पूरी ठाकुर के लिए ही शोभायमान है।”