रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर में मंगलवार को पीपीपी मोड पर स्मार्ट रजिस्ट्री ऑफिस (Smart registry office) की शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर में इसका लोकार्पण किया। पासपोर्ट दफ्तर के तर्ज पर रजिस्ट्री दफ्तर को बेहतरीन बनाने की कोशिश की जा रही है।
जमीनों और मकानों की रजिस्ट्री प्रक्रिया में सुधार करते हुए पूरे देश में स्मार्ट रजिस्ट्री ऑफिस बनाया जा रहा है। केंद्र सरकार इस मॉडल का अध्ययन कर अन्य राज्यों को इसे अपनाने की सिफारिश कर रही है।
इसी क्रम में छत्तीसगढ़ में स्मार्ट पंजीयन कार्यालय की शुरुआत नवा रायपुर में की गई है। यह ‘पीपीपी मॉडल’ पर काम करेगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर में प्रदेश के पहले स्मार्ट पंजीयन कार्यालय का लोकार्पण किया है। अब स्मार्ट पंजीयन कार्यालयों में नागरिकों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इनमें वाई-फाई कनेक्टिविटी, स्वच्छ शौचालय, शुद्ध पेयजल, क्यू मैनेजमेंट सिस्टम, डिस्प्ले बोर्ड, अलर्ट-अलार्म सिस्टम और पारदर्शी अपॉइंटमेंट व्यवस्था जैसी सेवाएं शामिल होंगी।
सुदूर अंचल सरगुजा, कुनकुरी, रायगढ़, बिलासपुर और दुर्ग सहित प्रदेश के 10 विभिन्न स्थानों पर ऐसे आधुनिक कार्यालय स्थापित किए जा रहे हैं और आने वाले समय में पूरे प्रदेश में इनकी संख्या को और बढ़ाया जाएगा।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम रजिस्ट्री की लंबी प्रक्रियाओं में लगने वाले समय को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के तर्ज पर पीपीपी मॉडल पर रजिस्ट्री दफ्तर शुरू किया जा रहा है। इस दफ्तर का भार ग्राहकों की जेब पर बिल्कुल भी नहीं पड़ेगा।
देशभर में वर्तमान रजिस्ट्री ऑफिस में भीड़भाड़ और अव्यवस्था रहने की वजह से राजस्थान से इस तरह के रजिस्ट्री दफ्तर की शुरुआत की जा रही है। पुराने दफ्तर में लोगों को बैठने तक के लिए जगह नहीं मिल पाती थी। अब नए दफ्तर में सभी सुविधाओं को रजिस्ट्री कराने वालों को मिलेंगी।