[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
डिप्टी एसपी की पत्‍नी के भाई को पीट पीटकर मार डाला
मस्जिद में घुसकर मौलाना की पत्नी और दो मासूम बेटियों की दिनदहाड़े हत्या, तालिबानी विदेश मंत्री से मिलने गए थे मौलाना
तेजस्वी के खिलाफ लड़ सकते हैं पीके, खुला चैलेंज
तालिबान की प्रेस कॉन्‍फेंस से भारत सरकार ने झाड़ा पल्‍ला, महिला पत्रकारों की एंट्री बैन पर मचा हंगामा
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
रायपुर रेलवे स्टेशन पर लाइसेंसी कुलियों का धरना खत्म, DRM ने मानी मांगे, बैटरी कार में नहीं ढोया जाएगा लगेज
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

केरल विधानसभा में SIR के खिलाफ प्रस्ताव पारित

आवेश तिवारी
Last updated: September 29, 2025 8:50 pm
आवेश तिवारी
Share
Kerala against SIR
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली

केरल विधानसभा ने सोमवार को राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के भारतीय चुनाव आयोग के कदम के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया और चुनाव आयोग से पारदर्शी तरीके से SIR करने का आग्रह किया।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी यूडीए, जिसने पहले ही एसआईआर के खिलाफ अपनी कड़ी आपत्ति जताई थी, ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा सदन में पेश किए गए प्रस्ताव का समर्थन किया।

The Kerala Assembly has unanimously passed a resolution expressing concern over the Special Intensive Revision (SIR) of the voter list. We urge the Election Commission to ensure transparency, uphold fundamental rights, and prevent any hasty actions that may undermine voters’… pic.twitter.com/eUgEKyfluf

— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) September 29, 2025

प्रस्ताव में मुख्यमंत्री ने एसआईआर को लागू करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा ‘जल्दबाजी में उठाए गए कदम’ के बारे में सदन की चिंताओं से अवगत कराया और उनके इस कदम के पीछे ‘गलत मंशा’ होने का संदेह जताया।

उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर व्यापक चिंता है कि चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर कराने का कदम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लागू करने का ‘पिछले दरवाजे’ से किया जा रहा प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में हाल ही में की गई एसआईआर प्रक्रिया ऐसी चिंताओं की पुष्टि करती है और यह ‘बहिष्कार की राजनीति’ को दर्शाती है।

विजयन ने आरोप लगाया कि बिहार में लागू एसआईआर के कारण मतदाता सूची से लोगों को ‘अतार्किक रूप से बाहर’ किया गया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस बात को लेकर संदेह है कि क्या राष्ट्रीय स्तर पर भी यही पैटर्न अपनाया जा रहा है।

प्रस्ताव में मुख्यमंत्री ने चुनावी राज्यों – केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एसआईआर लागू करने के प्रयासों पर सवाल उठाया, जबकि बिहार एसआईआर प्रक्रिया की संवैधानिक वैधता सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि इसे एक ईमानदार कदम नहीं माना जा सकता।

उन्होंने जोड़ा कि व्यापक आशंका है कि चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर, जिसके लिए दीर्घकालिक तैयारी और परामर्श की आवश्यकता होती है, को जल्दबाजी में लागू करने का प्रयास लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि इससे आयोग पर संदेह होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘केरल में स्थानीय निकाय चुनाव जल्द ही होने वाले हैं. उसके तुरंत बाद विधानसभा चुनाव होंगे. ऐसी स्थिति में एसआईआर को जल्दबाजी में कराना गलत इरादे से किया गया है।’

इससे पहले केरल में 2002 में मतदाता सूची का व्यापक संशोधन किया गया था. उन्होंने कहा कि वर्तमान संशोधन 2002 के आधार पर किया जाना ‘अवैज्ञानिक’ है। विजयन ने कहा कि एसआईआर की यह अनिवार्यता कि 1987 के बाद जन्मे लोग केवल तभी मतदान कर सकते हैं जब वे अपने पिता या माता का नागरिकता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें, देश के वयस्क मताधिकार को कमज़ोर करने वाला निर्णय है।

उन्होंने यह भी कहा कि 2003 के बाद जन्मे लोग केवल तभी मतदान कर सकते हैं जब वे अपने पिता और माता के नागरिकता दस्तावेज़ प्रस्तुत करेंगे।

प्रस्ताव में कहा गया है कि इस संबंध में विशेषज्ञ अध्ययनों से पता चला है कि एसआईआर में ऐसे प्रावधानों के कारण समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लोग मतदाता सूची से बाहर हो जाते हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जिन लोगों को सूची से बाहर रखा जाएगा, उनमें से ज़्यादातर अल्पसंख्यक समुदाय, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, महिलाएं और आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों से होंगे।

विजयन ने प्रस्ताव में यह भी कहा कि मतदाता सूची में आप्रवासी मतदाताओं के मताधिकार को बरकरार रखा जाए।उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम, जो धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करता है, को पुनर्जीवित करने की कोशिश करने वालों द्वारा

एसआईआर के संभावित इस्तेमाल पर भी चिंता व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह लोकतंत्र के लिए एक चुनौती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा सर्वसम्मति से मांग करती है कि चुनाव आयोग ऐसे कार्यों से दूर रहे जो लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। उन्होंने यह भी मांग की कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण पारदर्शी तरीके से किया जाए।

कुछ सदस्यों द्वारा सुझाए गए संशोधनों के बाद अध्यक्ष एएन शमशीर ने घोषणा की कि सदन ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया है। ज्ञात हो कि बिहार एसआईआर विवादों के घेरे में है। बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान ड्राफ्ट मतदाता सूची से लगभग 65 लाख लोगों के नाम को हटाया गया है।

TAGGED:Big_NewsKerala against SIRKerala AssemblyPinarayi Vijayanresolution against SIR
Previous Article क्रिकेट का युद्ध!
Next Article Godawari Plant Accident गोदावरी फैक्ट्री हादसे के बाद पैलेट प्लांट में रोका गया प्रोडक्शन, घायलों को अब तक मुआवजा नहीं
Lens poster

Popular Posts

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अगर निमिषा की जान चली गई तो यह दुखद होगा, 16 जुलाई को यमन में दी जा सकती है फांसी  

द लेंस डेस्‍क। यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को हत्‍या मामले में 16 जुलाई…

By अरुण पांडेय

इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर

जाने माने व्यंग्यकार और चिंतक लेखक हरिशंकर परसाई की आज जयंती है। उनका जन्म 22…

By Lens News

जातिगत जनगणना : लोहिया और कांशीराम के नारों ने बदली सियासत

द लेंस डेस्‍क। केंद्र सरकार आखिरकार जातिगत जनगणना कराने के लिए तैयार हो गई है,…

By अरुण पांडेय

You Might Also Like

Dr. Rakesh Gupta
छत्तीसगढ़

जो इस डॉक्टर के होने का मतलब ना जान सके

By रुचिर गर्ग
parliament monsoon session 2025
देश

हंगामे के बाद लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित, धनखड़ का इस्तीफा भी मंजूर

By पूनम ऋतु सेन
देश

मौसम अपडेट: छत्तीसगढ़ में राहत की बारिश जल्द, उत्तर भारत में गर्मी का वार

By पूनम ऋतु सेन
UN Security Council report
देश

पहलगाम आतंकी हमले के पीछे TRF, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रिपोर्ट से पाकिस्‍तान को झटका

By अरुण पांडेय

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?