नई दिल्ली। ‘डर्टी बाबा’ के नाम से कुख्यात चैतन्यानंद सरस्वती यूपी के आगरा में एक होटल में छुप कर बैठा था। शनिवार रात आगरा से देर रात गिरफ्तारी के बाद रविवार को पटियाला हाउस कोर्ट में उसकी पेशी की खबरें हैं। शुक्रवार को ही कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका ठुकरा दी थी।
दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद को आगरा के ताजगंज क्षेत्र में फतेहाबाद रोड पर स्थित होटल फर्स्ट से रात करीब साढ़े तीन बजे पकड़ा। लंबे समय से फरार चल रहे चैतन्यानंद पर 17 छात्राओं के यौन शोषण का गंभीर आरोप है। पुलिस ने उनकी तलाश में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में टीमें तैनात की थीं। आखिरकार, वह आगरा में पुलिस के जाल में फंस गए। शुक्रवार को कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका ठुकरा दी थी।
बुधवार को पुलिस को चैतन्यानंद की लोकेशन आगरा में मिली थी, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई शुरू हुई और उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया। शनिवार तड़के दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ताजगंज के होटल पहुंची। होटल कर्मचारी भरत ने बताया कि दो पुलिस अधिकारी सादे कपड़ों में आए और होटल के रजिस्टर की जांच की।
पूरी तस्दीक कर लेने के बाद दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद सरस्वती को गिरफ्तार कर लिया।
चैतन्यानंद पर क्या आरोप हैं?
चैतन्यानंद कई गंभीर मामलों में आरोपी हैं। यह पूरा मामला वसंत कुंज के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट से जुड़ा है। पुलिस के मुताबिक, चैतन्यानंद ने 2010 से अब तक मूल ट्रस्ट के समानांतर एक नया ट्रस्ट बनाकर संस्थान की कीमती जमीन और धनराशि हड़पने की कोशिश की।
उन्होंने करीब 20 करोड़ रुपये को नए ट्रस्ट में स्थानांतरित किया, जो मूल ट्रस्ट का था। जुलाई 2025 से लगभग 60 लाख रुपये नकद भी निकाले गए, जिससे संस्थान की जमीन पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया। दिल्ली पुलिस ने 19 सितंबर को उनके खिलाफ तीन प्राथमिकियां दर्ज कीं, जिनमें धोखाधड़ी (धारा 420), आपराधिक विश्वासघात (धारा 406) और अन्य धाराएं शामिल हैं।
इसके अलावा, चैतन्यानंद पर संस्थान की 17 छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप है। ये छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से थीं और स्कॉलरशिप पर डिप्लोमा कोर्स कर रही थीं। पीड़िताओं का कहना है कि चैतन्यानंद ने उन्हें आश्रम में बुलाकर छेड़छाड़ की और डराया-धमकाया।